Friday, 03 May 2024

Chanakya Neeti : दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ये लोग, हमेशा बनाकर रखें दूरी...

Chanakya Neeti : चाणक्य नीति प्राचीन भारत के महान रणनीतिकार, विद्वान, शिक्षक, सलाहकार और अर्थशास्त्री चाणक्य द्वारा लिखी गई थी। मौर्य वंश की सफलता के पीछे चाणक्य की ही कूटनीति थी। चाणक्य को न केवल राजनीति बल्कि समाज के हर विषय का भी गहन ज्ञान और अंतर्दृष्टि थी। चाणक्य नीति...

Published on 25/01/2023 8:01 AM

Chanakya Niti: अच्छे नेता बनना चाहते हैं तो हमेशा रखें इन बातों का ध्यान...

Chanakya Neeti : आचार्य चाणक्य श्रेष्ठ विद्वान, एक अच्छे शिक्षक के अलावा एक कुशल कूटनीतिज्ञ, रणनीतिकार और अर्थशास्त्री भी थे। चाणक्य की नीतियां आज भी प्रसिद्ध हैं। आचार्य चाणक्य के द्वारा कही गई बातें और नीतियों के जरिए कोई भी इंसान अपने जीवन के बेहतर बना सकता है। चाणक्य न...

Published on 23/01/2023 8:01 AM

मनुष्य की कामयाबी में बाधा डालती हैं ये आदतें..

जिंदगी में कामयाबी का एकमात्र रास्ता कड़ी मेहनत ही है. लेकिन कई बार लोगों को उसमें भी नहीं सफलता मिलती है. जिसके कारण कई लोग निराश हो जाते हैं. आचार्य चाणक्य ने इसे लेकर चाणक्य नीति में बताया है कि मनुष्य में कई ऐसी खराब आदतें हैं, जो उन्हें कामयाब...

Published on 22/01/2023 8:08 AM

आचार्य चाणक्य नीति: घर के मुखिया में होने चाहिए ये 5 गुण, परिवार रहेगा खुशहाल...

आचार्य चाणक्य नीति:  आचार्य चाणक्य एक प्रसिद्ध कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ के रूप में जाने जाते हैं। इनकी कूटनीतिज्ञता के कारण ही चंद्रगुप्त ने सम्राट का ताज पहना। आचार्य  चाणक्य ने अर्थशास्त्र के अतिरिक्त नीतिशास्त्र की रचना की। आचार्य द्वारा रचित नीतिशास्त्र वर्तमान समय के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इसमें...

Published on 21/01/2023 7:01 AM

बसंत पंचमी पर करें मां सरस्वती के इन मंत्रों का जाप..

पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इसी के कारण इस दिन मां सरस्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है। इसके साथ ही इस दिन से...

Published on 19/01/2023 1:23 PM

जो हो रहा है उसके जिम्मेदार हम खुद हैं 

हम मनुष्यों की एक सामान्य सी आदत है कि दु?ख की घड़ी में विचलित हो उठते हैं और परिस्थितियों का कसूरवार भगवान को मान लेते हैं। भगवान को कोसते रहते हैं कि हे भगवान हमने आपका क्या बिगाड़ा जो हमें यह दिन देखना पड़ रहा है। गीता में श्री कृष्ण...

Published on 17/01/2023 6:45 AM

मृत्यु की चिंता और चिंतन का महत्व

एक महात्मा अपने शिष्यों के साथ जंगल में आश्रम बनाकर रहते थे और उन्हें योगाभ्यास सिखाते थे। वह सत्संग भी करते थे। एक शिष्य चंचल बुद्धि का था। बार-बार गुरु से कहता आप कहां जंगल में पड़े हैं चलिए एक बार नगर की सैर करके आते हैं। महात्मा ने कहा...

Published on 02/01/2023 6:15 AM

भगवान का अचिंत्य ऐश्वर्य

भगवान भौतिक जगत के पालन व निर्वाह के लिए प्रत्यक्ष रूप से उत्तरदायी नहीं हैं। हम एटलस (एक रोमन देवता) को कंधों पर गोला उठाये देखते हैं। वह अत्यन्त थका लगता है और इस विशाल पृथ्वीलोक को धारण किये रहता है। हमें किसी ऐसे चित्र को मन में नहीं लाना...

Published on 01/01/2023 6:30 AM

झांसी की रानी का सर्वोत्तम बलिदान

बात उन दिनों की जब अंग्रेजों के हमले से झांसी की रानी लक्ष्मी बाई के लिए किले की दीवारें टूटने लगीं और लड़ाई के लिए गिन-टूटने लगीं और लड़ाई के लिए गिनेृ-चुने सैनिक की शेष रह गए थे।तब यह निश्चय किया गया कि रानी को अन्यत्र चले जाना चाहिए। पर...

Published on 11/12/2022 6:30 AM

अहिंसा का स्वरूप 

सामान्यत: अहिंसा को निषेधार्थक माना जाता है। ‘न हिंसा -अहिंसा’- हिंसा का अभाव अहिंसा है, यह इसकी एकांगी परिभाषा है। इसको सर्वागीण रूप से परिभाषित करने के लिए इसके विधेयार्थ और निषेधार्थ दोनों को समझना जरूरी है। किसी प्राणी के प्राणों का वियोजन नहीं करना, इस सूत्र का हिंसा के...

Published on 23/11/2022 6:00 AM