गोपालगंज: जिला मुख्यालय के समीप दूसरे बाइपास के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके तहत जल्द ही निजी जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा।

इसके लिए भूमि सर्वे का कार्य तेज कर दिया गया है। तमाम प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद जमीन के अधिग्रहण का कार्य किया जाएगा।

इसके पूर्व भू-स्वामित्व का दावा करने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा। ताकि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

जानकारी के अनुसार, गत चार जनवरी 2025 को प्रगति यात्रा के क्रम में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहर के दूसरे बाइपास के निर्माण योजना की घोषणा की थी।

बाद में बिहार राज्य मंत्रिमंडल ने बाइपास निर्माण को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए प्रस्तावित प्राक्कलन राशि भी आवंटित कर दिया।

शहर के दूसरे बाइपास का निर्माण एनएच 27 पर जिले के मांझागढ़ प्रखंड के दानापुर से शुरू होकर मांझा, देवापुर व कबिलासपुर बाजार होते हुए एनएच 531 में सदर प्रखंड के तुरकहां तक किया जाना है।

इस बाइपास सड़क की कुल लंबाई 12.600 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण पर 01 अरब 26 करोड़ 54 लाख 85 हजार की राशि खर्च होगीशहर के दूसरे बाइपास का निर्माण एनएच 27 पर जिले के मांझागढ़ प्रखंड के दानापुर से शुरू होकर मांझा, देवापुर व कबिलासपुर बाजार होते हुए एनएच 531 में सदर प्रखंड के तुरकहां तक किया जाना है।

बाइपास से जुड़ेगी दो सड़कें
शहर के दूसरे बाइपास में दो सड़कों का जुड़ाव होगा। बाइपास का 2.30 किलो मीटर पथांश दानापुर-मांझा पथ पर है।

जिसको ग्रामीण कार्य विभाग से पथ निर्माण विभाग को हस्तांतरित कर दिया है। इस पथ के निर्माण के लिए पर्याप्त विभागीय भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण ही भू-अर्जन की आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

इसके अलावा बाइपास का शेष पथांश 10.30 किलोमीटर की सड़क जल संसाधन विभाग की विशुनपुरा वितरणी नहर और सारण मुख्य नहर के तटबंध पर स्थित है।

ऐसे में पथ निर्माण कार्य के लिए पर्याप्त सरकारी भूमि उपलब्ध है। बाइपास निर्माण को लेकर पथ निर्माण विभाग प्रमंडल गोपालगंज की ओर से निविदा की प्रक्रिया पूर्ण की जा सकी है।

शहर का रिंग-रोड होगा तैयार
शहर के पूर्वी-दक्षिण दिशा में दूसरा बाइपास बनने से जिला मुख्यालय के गोपालगंज का रिंग रोड तैयार हो जाएगा। इसके पूर्व शहर के पश्चिमी दिशा में थावे-गोपालगंज बाइपास का निर्माण कराया गया था।

शहर के पश्चिमी-उत्तरी दिशा में एनएच 27 और एलिवेटेड रोड भी है। जिससे दो तरफ से शहर को बाहर-बाहर निकलने की सुविधा उपलब्ध है। वहीं, शहर के तीसरे हिस्से में कोई बाइपास सड़क नहीं है।

अब पूर्वी-दक्षिण दिशा में दूसरा बाइपास बनने से शहर के बाहरी हिस्से में सभी दिशाओं में बाहर-बाहर से गुजरने के लिए सड़क की सुविधा होगी और इसतरह से शहर कर रिंग रोड पूरा हो जाएगा।