नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घाटी में आईएसआईएस का झंडा लहराए जाने को कुछ ‘बेवकूफ़ युवकों’ का ऐसा कृत्य करार दिया जिसे दुर्भाग्य से मीडिया तूल देने की कोशिश कर रहा है।

उमर ने मंगलवार को यहां गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया ‘आपको यह समझना होगा कि घाटी में अब तक किसी आईएसआईएस गुट की पहचान नहीं हुई है। कुछ बेवकूफ़ों ने आईएसआईएस का झंडा लहरा दिया जिसका मतलब यह नहीं है कि कश्मीर में आईएसआईएस की कोई मौजूदगी है। दुर्भाग्य से कुछ चैनलों ने इसे मुद्दा बनाने की और मुझे इसमें घसीटने की कोशिश की जैसे कि हम इस बारे में कुछ नहीं कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा कि कुछ युवकों ने तीन अवसरों पर थोड़ी देर के लिए झंडा लहराया और हर बार मामला दर्ज किया गया। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उमर ने कहा ‘यह झंडा तैयार करने वाले दर्जी की पहचान हो चुकी है और उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। मीडिया का यह कहना पूरी तरह गलत है कि राज्य सरकार की ओर से इस मुद्दे की अनदेखी की जा रही है और कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हम अपने हर कदम को सार्वजनिक नहीं करते लेकिन इसकी यह व्याख्या भी सही नहीं है कि हम कुछ नहीं कर रहे हैं।’

पिछले सप्ताह ईद की नमाज के बाद एक प्रदर्शनकारी को आतंकी संगठन ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया’ का झंडा लहराते देखा गया था। इसी तरह जुलाई में भी घाटी में आईएसआईएस का झंडा लहराते देखा गया था।