तुलजापुर (महाराष्ट्र) : कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों को 10-10 से ज्यादा सीटें नसीब नहीं होंगी।

उस्मानाबाद की एक चुनावी रैली में एनसीपी के चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ पर चुटकी लेते हुए मोदी ने कहा, आप सभी ने (एनसीपी का चुनाव चिह्न) ‘घड़ी’ देखा होगा जिसमें 10 बजकर 10 मिनट दिखता रहता है। क्या आपको पता है कि यह क्या संकेत करता है ? यह संकेत है कि कांग्रेस और एनसीपी को आगामी चुनावों में 10-10 से ज्यादा सीटें नहीं मिलने वाली। मोदी ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी ने अपने 15 साल के शासनकाल में बहुत लूटा है और अब उनकी विदाई का वक्त आ चुका है।

भाजपा नेता ने कहा, मैं आपसे जानना चाहता हूं कि जब कांग्रेस-एनसीपी की सरकार थी तो उन्होंने आपको क्या दिया ? क्या उन्होंने किसानों का कोई भला किया, गांवों या शहरों के लिए कुछ किया? तो फिर आप उन्हें टिकने क्यों दे रहे हैं ? उन्होंने इन सालों में आपको बहुत लूटा है। उनके लिए अब यहां कोई जगह नहीं बची है। एनसीपी को ‘नैचुरली करप्ट पार्टी’ यानी ‘स्वाभाविक तौर पर भ्रष्ट पार्टी’ करार देते हुए मोदी ने कहा कि वह कोई राष्ट्रवादी पार्टी नहीं बल्कि एक ‘‘भ्रष्टाचारवादी’’ पार्टी है।

एनसीपी नेता आर आर पाटिल और अजित पवार की विवादित टिप्पणियों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, एनसीपी नेताओं की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली भाषा से हम सब वाकिफ हैं। उन्हें सुनकर मेरा सिर शर्म से झुक जाता है । यह दुख की बात है कि छत्रपति शिवाजी के महाराष्ट्र में ऐसे लोग हैं । हमें राज्य से इस कलंक को हटाना है। पाटिल ने शुक्रवार को बलात्कार के आरोप में जेल में बंद मनसे रिपीट मनसे के एक उम्मीदवार का जिक्र करते हुए यह विवादित बयान दे डाला था कि उसे विधानसभा चुनाव हो जाने के बाद यह अपराध करना चाहिए था।

इससे पहले एक बार पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने पानी के लिए अनशन कर रहे किसानों का मखौल उड़ाते हुए इंदापुर में कहा था, वह पिछले 55 दिनों से अनशन कर रहे हैं। यदि बांध में पानी नहीं है तो हम इसे कैसे निकाल सकते हैं ? क्या हम इसमें पेशाब करें ? यदि पीने के लिए पानी नहीं है तो पेशाब करना भी मुमकिन नहीं है। पवार की टिप्पणी पर विवाद पैदा हो गया था जिसके बाद उन्हें इसके लिए माफी मांगनी पड़ी थी। भारत के विभिन्न राज्यों से गुजरने वाली नदियों को जोड़ने की जरूरत पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि किसान अपनी फसलों के लिए पानी से वंचित न रहें।

मोदी ने कहा, जब अटलजी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने हर गांव को पक्की सड़कों से जोड़ने का कार्यक्रम शुरू किया था। देश की विभिन्न नदियों को जोड़ने का मेरा भी एक सपना है। कुछ ऐसी नदियां हैं जिनमें जरूरत से ज्यादा पानी है जबकि कुछ नदियां सूखी पड़ी हैं। नदियों को जोड़कर हम सुनिश्चित कर सकते हैं कि पानी की कमी की वजह से उनकी फसल को नुकसान न हो। लोगों से जाति आधारित राजनीति छोड़ने का अनुरोध करते हुए मोदी ने कहा कि विकास देश के हर मर्ज की दवा है।

उन्होंने कहा, मैं आपसे अपील करता हूं कि जातिवाद, चाचा-भतीजावाद, बेटी-दामादवाद को छोड़ें और अब विकास का रास्ता चुनें। हमारी समस्याओं का एकमात्र समाधान विकास में निहित है। यदि पिछले 50 सालों का उपयोग उचित तरीके से किया गया होता तो हम विश्व में नंबर एक देश हो सकते थे।

तुलजापुर को पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित करने की अपनी योजना बताते हुए मोदी ने कहा कि इस शहर को राज्य के बाकी हिस्से से रेल नेटवर्क के जरिए जोड़ने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा, हर बच्चा अपने माता-पिता को तीर्थ-यात्रा पर भेजना चाहता है। यदि हम यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों के रहने की व्यवस्था कर दें तो इससे यहां रह रहे लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा। तुलजापुर पहुंचना बहुत मुश्किल है। क्या यहां सोलापुर-तुलजापुर रेल नेटवर्क नहीं होना चाहिए ? तब यह स्थान पर्यटन स्थल बन जाएगा।