जम्मू : पाकिस्तानी सैनिकों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू क्षेत्र में रातभर 15 सीमावर्ती चौकियों और गांवों पर भारी गोलाबारी की जिससे तीन लोग घायल हो गए। घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जाती है।सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) ने जवाबी कार्रवाई की और अंतिम खबरें मिलने तक रुक-रुक कर गोलीबारी और गोलाबारी जारी थी ।

बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया, ‘भारी गोलीबारी के बाद पाकिस्तानी रेंजरों ने रातभर जम्मू जिले के अरनिया और आरएस पुरा सेक्टरों में भारी गोलाबारी की।’ उन्होंने बताया कि करीब 15 सीमावर्ती चौकियों को निशाना बनाया गया।

प्रवक्ता ने बताया कि बीती रात ‘नौ बजकर 10 मिनट पर जम्मू जिले के अरनिया सेक्टर में तीन सीमावर्ती चौकियों में हमारे अभियान क्षेत्र में फ्लैट ट्रेजेक्टरी वेपन्स से गोले दागे गए।’ जम्मू के जिला मजिस्ट्रेट अजीत कुमार साहू ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पाकिस्तान ने इन इलाकों के कई गांवों को भी निशाना बनाया जिसमें तीन लोग घायल हो गए। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते जाबोवाल गांव में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है।

उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को यहां के राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

साहू ने कहा, ‘आज सुबह अंतिम खबरें मिलने तक गोलीबारी और गोलाबारी जारी थी।’ अरनिया शहर के अतिरिक्त कुकू-दा कोठे, महाशा कोठे, जाबोवाल, त्रेवा, चिंगिया, अल्ला, सी, चिनाज और देवीगढ़ गांवों पर भी गोलाबारी की गई। खबरों में कहा गया कि सुनसान पड़े अरनिया शहर में दर्जनों गोले गिरे।

हालांकि, सांबा, रामगढ़, हीरानगर और कठुआ में अग्रिम क्षेत्रों में शांति बरकरार रही। वहां किसी गोलीबारी या गोलाबारी की खबर नहीं है।

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कल पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा से लगते पुंछ जिले के बनवंत-शाहपुर सेक्टर में अग्रिम क्षेत्रों में गोलीबारी की थी। पाकिस्तान की तरफ से यह गोलीबारी अपराह्न एक बजे शुरू की गई थी।

पुंछ में नियंत्रण रेखा से लगते शाहपुर, किरनी, बनवंत, मंडार, कालसाम, डोडा के नागरिक इलाकों में पाकिस्तान ने भारी गोलाबारी की। पाकिस्तान की 641 मुजाहिद रेजीमेंट के सैनिकों ने भी डोडा, जंगालवोन, जंगल टू, क्रांति, शेर और शक्ति सहित छह चौकियों पर गोलाबारी की।

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर इस महीने भारी गोलीबारी और गोलाबारी हुई है जिसमें आठ लोग मारे गए हैं और 13 सुरक्षाकर्मियों सहित 90 लोग घायल हुए हैं। सीमावर्ती गांवों से 32 हजार से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित इलाकों में चले गए हैं और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 113 गांव सुनसान पड़े हैं।