बाड़मेर कोरोना की दूसरी लहर इसलिए भी कहर बनकर टूट रही है क्योंकि इस बार शहर ही नहीं बल्कि गांव भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। खबर है कि राजस्थान के बाड़मेर में कोरोना के 70 फीसदी मामले गांवों में हैं। 

राजस्थान के बाड़मेर जिले के चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर यानी CMHO बीएल विश्नोई ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 70 फीसदी मामले गांवों से आ रहे हैं और जिले में करीब 2000 गांव वाले कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

CMHO ने बताया कि मेडिकल टीम आसपास के गांवों में सर्वे कर रही है। वहां कोरोना संक्रमितों का पता लगाकर उन्होंने होम आइसोलेट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांवों में कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। उन्होंने आगे बताया, 'हमने कई गांवों को कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। बाड़मेर जिले के 27 गांवों में अभी तक 2000 गांव वाले कोरोमा संक्रमित पाए गए हैं।'


गांव के एक निवासी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार कोरोना को कंट्रोल करने के लिए काफी काम कर रही है लेकिन लोगों के लिए यह संक्रमण अभी भी मजाक है। 

इस शख्स ने बताया, 'कोरोना की गंभीरता सिर्फ वही समझ रहे हैं जिन्होंने इसकी वजह से अपने परिवार के किसी सदस्य को खोया है। प्रशासन काफी मेहनत से काम कर रहा है लेकिन अभी भी कई कमियां हैं।'


आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान में कोरोना के 2 लाख से ज्यादा मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, राजस्थान में अब तक कोरोना के कुल 5 लाख 77 हजार 550 मामले आए हैं तो वहीं राज्य में अभी कोरोना के 2 लाख 5 हजार 730 ऐक्टिव केस हैं।