न्यूयॉर्क : पूरे अमेरिका से न्यूयार्क के मेडिसिन स्क्वॉयर पहुंचे भारतीय मूल के करीब 20 हजार लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया। ‘नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’, ‘भारत माता की जय’, ‘भारत माता की जय’ ‘मोदी आपका स्वागत है’ के नारे लगा रहे भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों का आयोजन स्थल पर सुबह से ही जुटना शुरू हो गया था। लोगों को लंबी कतारों में लगे देखा गया।

भारतीय समयानुसार रात नौ बजे तक बड़ी संख्या में लोग ऐसी टीशर्ट पहने एकत्रित हो गए थे जिस पर मोदी की तस्वीर छपी हुई थी। कई लोगों के हाथों में बैनर थे जिन पर ‘मोदी को प्यार करता है अमेरिका’ जैसे नारे लिखे हुए थे।

हाल में गठित एवं देशभर के भारतीय मूल के 400 आयोजकों द्वारा समर्थित ‘इंडियन अमेरिकन कम्युनिटी फाउंडेशन’ (आईएसीएफ) की ओर से आयोजित अपने तरह के इस सबसे बड़े आयोजन में हिस्सा लेने के लिए करीब 20 हजार लोगों की भीड़ एकत्रित हुई है।

एक युवा कालेज छात्रा दीपा कौर ने कहा, वह एक रॉक स्टार हैं। हमें उनसे काफी उम्मीदें हैं। आयोजकों ने श्रृंखलाबद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सूची बनायी है जिनमें लोकप्रिय गाने और लोक नृत्य शामिल हैं। लोगों को इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धुन पर नाचते देखा गया। और पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया।

इस कार्यक्रम के लिए मीडिया जगत के 200 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है जिसमें से काफी संख्या भारत से है। आयोजकों का कहना है कि किसी भारतीय अमेरिकी कार्यक्रम के लिए यह अभूतपूर्व है। कार्यक्रम के एक स्वयंसेवक अनिल शर्मा ने कहा, वह पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो अनिवासी भारतीय समुदाय से जुड़े हुए हैं। इसीलिए आप यहां पर लोगों की इतनी बड़ी संख्या देख रहे हैं। कार्यक्रम की सभी सीटें केवल दो सप्ताह में भर गइर्ं। मेडिसन स्क्वायर गार्डेन के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ जब किसी कार्यक्रम के लिए सीटें कार्यक्रम से तीन सप्ताह पहले ही भर गई हों। वास्तव में दो हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गत तीन सप्ताह के दौरान दिन रात काम किया।

अंकित पटेल ने कहा, यह मोदी की धुन है। यह एक यादगार कार्यक्रम है। वास्तव में इस कार्यक्रम में अमेरिकी कांग्रेस के करीब 36 सदस्य शामिल हुए जिसमें सीनेट की फॉरेन रिलेशंस कमेटी के चेयरमैन सीनेटर रॉबर्ट मेनंेडेज, हाउस फॉरेन रिलेशंस कमेटी के चेयरमैन कांग्रेस सदस्य एड रॉयस और कांग्रेस सदस्य एमी बेरा शामिल हैं।

साउथ कैरोलिना की गवर्नर निक्की हेली, अमेरिका की उप विदेश मंत्री (दक्षिण एवं मध्य एशिया मामले) निशा देसाई बिस्वाल भी मौजूद थीं। इस कार्यक्रम में भारतीय मूल के कापरेरेट नेता एवं सिलिकन वैली से आईटी पेशवर भी शामिल हैं। द न्यूयार्क टाइम्स में आज प्रकाशित ‘एक समय अमेरिका में नहीं बुलाये जाने वाले भारतीय नेता नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत’ शीर्षक वाले समाचार में लिखा गया है कि मोदी का भव्य स्वागत होगा।
 
मोदी के प्रशंसक हाथ में तिरंगा लिए दिखे और उन्होंने पारंपरिक भारतीय परिधान पहन रखे थे। कलाकारों के कई समूह ढोल नगाड़े लिये दिखे जो मोदी का शानदार स्वागत करने आये थे। तिब्बती महिलाओं का एक समूह भी था जिन्होंने मोदी के समर्थन में बैनर ले रखे थे। इस कार्यक्रम के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे, पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेट लगा रखे थे। इसके साथ ही मोदी विरोधी एक बड़ा समूह भी मेडिसन गार्डेन के बाहर प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुआ है जिसमें शामिल लोग प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।

अलायंस फॉर जस्टिस एंड अकाउंटेबिलिटी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी बैनर लिये हुए हैं जिस पर लिखा हुआ है ‘मोदी को अभी भी नहीं मिला है वीजा’, ‘मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप में वांछित मोदी’, ‘भारत को अल्पसंख्यकों का दमन बंद करना चाहिए’, ‘भारत को नष्ट कर देगा हिंदुत्व।’ मोदी विरोधी एक प्रदर्शनकारी रवींद्र देव ने कहा, ‘हम मेडिसन स्क्वायर गार्डेन के बाहर इसलिए एकत्रित हुए हैं ताकि लोगों को याद दिला सकें कि 2002 (गुजरात दंगा) में मोदी के शासन में क्या हुआ। मोदी को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। भारतीय मूल का पूरा अमेरिकी समुदाय उनका समर्थन नहीं करता।’ मुख्य आयोजन स्थल के अलावा देशभर में कम से कम 50 अन्य स्थान थे जहां प्रधानमंत्री के संबोधन और अन्य कार्यक्रमों के सीधे प्रसारण के लिए विशेष इंतजाम किये गए थे। इस कार्यक्रम में लगभग दो घंटे का मनोरंजन कार्यक्रम भी शामिल था।

अमेरिका में भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों की संख्या देश में तीसरा सबसे बड़ा एशियाई मूल का अमेरिकी समूह है। भारतीय मूल के लोगों की जनसंख्या करीब 28 लाख है जो कि अमेरिकी की आबादी का करीब एक प्रतिशत है।