महू (मध्यप्रदेश) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर उनकी जन्स्थली पर बने स्मारक में आज श्रद्धासुमन अर्पित किये। इसके साथ ही, वह अम्बेडकर जन्मस्थली पहुंचने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बन गये।

अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर आयोजित समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री की मौजूदगी में कहा, ‘मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अम्बेडकर जन्मस्थली पहुंचकर संविधान निर्माता के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित किये हैं।’ इस समारोह से पहले, प्रधानमंत्री ने महू के काली पल्टन इलाके में अम्बेडकर स्मारक में संविधान निर्माता की प्रतिमा को माला पहनायी। उन्होंने इस स्मारक का भ्रमण कर वहां अम्बेडकर के जीवन पर आधारित फोटो गैलरी का अवलोकन भी किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘प्रदेश में कांग्रेस की पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान भी अम्बेडकर जयंती के मौके पर बड़ी तादाद में उनके अनुयायी देश भर से महू पहुंचते थे। लेकिन तब इन लोगों के लिये महू में उचित व्यवस्था नहीं की जाती थी। नतीजतन उन्हें पेड़ों के नीचे और रेलवे प्लेटफॉर्म पर सोना पड़ता था।’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘भाजपा सरकार ने महू में अम्बेडकर जन्मस्थली पर भव्य स्मारक का निर्माण कार्य वर्ष 2008 में पूरा करते हुए इसे लोकार्पित किया। इसके साथ ही उनकी जयंती पर महाकुंभ लगाकर उनके अनुयायियों के लिये भोजन और आवास की व्यवस्था करने की परंपरा भी शुरू की।’

चौहान ने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस ने अम्बेडकर जयंती पर राउ से महू तक आज पदयात्रा का ढोंग किया। कांग्रेस ने ही इस बात की कोशिश की थी कि संविधान निर्माता चुनाव जीतकर संसद में दाखिल न होने पायें।’ समारोह में मोदी ने चौहान को ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान का झंडा प्रदान किया। इसके साथ ही, सूबे में सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान की औपचारिक शुरूआत हो गयी जो गांवों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है।