मुम्बई : इंग्लैंड दौरे में टेस्ट सीरीज में मिली 1-3 की हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक नियुक्त किए गए पूर्व कप्तान रवि शास्त्री ने बतौर कोच डंकन फ्लेचर का बचाव किया है। शास्त्री ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि युवाओं से लैस उनकी टीम ने टेस्ट सीरीज में मिली हार को पीछे छोड़ते हुए उसी अंतर से इंग्लैंड को वनडे सीरीज में पराजित किया।

वनडे सीरीज में भारतीय टीम के प्रदर्शन का आकलन करते हुए शास्त्री ने जीत का श्रेय सपोर्ट स्टाफ (इसमें कोच फ्लेचर भी शामिल हैं) को दिया। इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में लगातार दो टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद फ्लेचर की भूमिका पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

शास्त्री ने कहा कि मुझे उम्मीद से अधिक मिला। मैं इसलिए ऐसा कह रहा हूं कि बहुत कम टीमों ने इंग्लैंड को चार वनडे मैचों की सीरीज में 3-1 से पराजित किया है। यह एक बड़ी सफलता है। टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद इस तरह की वापसी काबिलेतारीफ है। टीम के साथ अचानक जोड़े जाने के बाद भी शास्त्री कप्तान और सीनियर खिलाड़ियों का समर्थन और विश्वास हासिल करने में सफल रहे। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और सीनियर खिलाड़ी सुरेश रैना ने कहा था कि शास्त्री का पॉजिटिल माइंडसेट वनडे सीरीज के दौरान ड्रेसिंगरूम के लिए काफी फायदेमंद रहा।

शास्त्री ने साफ कर दिया था कि दैनिक कामकाज को लेकर कोच फ्लेचर और कप्तान धौनी उनसे सम्पर्क करेंगे। इससे कोच की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हुए लेकिन खुद शास्त्री ने कहा कि वह अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं और कोच को उनका काम करना है। शास्त्री ने कहा कि फ्लेचर कोच हैं। उनके पास बतौर कोच 100 से अधिक टेस्ट मैचों का अनुभव है। वह तकनीकी रूप से सक्षम हैं। वह सम्मानित व्यक्ति हैं और अपना काम बखूबी करते हैं। मैंने संक्षिप्त समय तक टीम के साथ निदेशक के तौर पर काम किया लेकिन अब मैं बीसीसीआई से इस बात पर चर्चा करूंगा कि दीर्घकालीन रणनीति के लिए क्या करना होगा।