मुंबई उपनगरों में हजारों ऑटोरिक्शा वाले निजी टैक्सी कंपनियों के परिचालन और परमिट शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ आज हड़ताल पर हैं। राज्य परिवहन आयुक्त श्याम वारधाने ने आज एक निर्देश जारी कर निजी कारों, बसों और अन्य वाहनों को सार्वजनिक परिवहन के रूप में चलने की इजाजत दी है ताकि यात्रियों को कम असुविधा का सामना करना पड़े।

एक अधिकारी ने बताया, हड़ताल को देखते हुये, विशेषकर कार्यालय जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए यह किया गया है। हड़ताल का आहवान करने वाले मुंबई ऑटोरिक्शामेन यूनियन के नेता शशांक राव ने बताया, हम निजी कैब कंपनियों के परिचालन और साथ ही परमिट शुल्क बढ़ाकर 15,200 करने का भी विरोध कर रहे हैं। अगर यात्रियों को किसी तरह की असुविधा हो रही है तो इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।

उन्होंने दावा किया कि लगभग 90,000 ऑटोरिक्शा आज सड़कों पर नहीं उतरे। रेलवे स्टेशन जाने के लिए ऑटोरिक्शा पर निर्भर रहने वाले अनेक यात्रियों को हड़ताल के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा।