नई दिल्ली: भारत दौरे पर आए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी अबॉट आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। साथ ही  वह राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिलेंगे। दिन में इंडस्ट्री संगठनों एसोचैम, सीआईआई और फिक्की के साथ भी उनकी बैठक होगी। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट के 2 दिन की भारत यात्रा के दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु करार होने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ व्यापार के ज्यादा से ज्यादा मौके चाहता है।

टोनी अबॉट के मुताबिक उनके इस दौरे का मकसद दुनिया के मंच पर भारत की अहमियत और ऑस्ट्रेलिया के भविष्य के लिए उसके महत्व को जताना है। अपने दौरे के पहले दिन कल अबॉट ने मुंबई में कुछ इंडियन बिजनेस लीडर्स और सीईओ से मुलाकात की और दिल्ली निकल गए।

एबोट के मोदी के साथ बातचीत के बाद असैनिक परमाणु करार पर हस्ताक्षर होने के प्रबल संकेत हैं। अपनी भारत यात्रा से पहले आस्ट्रेलियाई संसद को संबोधित करते हुए एबोट ने कहा था, ‘मैं परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद कर रहा हूं जो ऑस्ट्रेलिया को भारत को यूरेनियम की बिक्री में समर्थ बनाएगा।’ ऑस्ट्रेलिया के पास खनन करने योग्य दुनिया का तकरीबन एक तिहाई यूरेनियम भंडार है और एक साल में वह तकरीबन 7000 टन यूरेनियम का निर्यात करता है।

लेबर पार्टी के भारत को यूरेनियम बिक्री पर प्रतिबंध के अपने फैसले को पलटने के बाद से दोनों देश पांच दौर की वार्ता कर चुके हैं लेकिन परमाणु करार पर हस्ताक्षर नहीं हो सका है। भारत के परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं करने के कारण पहले ऑस्ट्रेलिया ने भारत को यूरेनियम की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा था। एबोट ने कहा है कि पर्याप्त द्विपक्षीय सुरक्षा मानकों के साथ वह परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर चाहते हैं।