नई दिल्ली : संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इन आरोपों से इंकार किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद में सवालों का सामना करने से कतरा रहे हैं या उन्होंने अपने हाथों में सारी सत्ता का केन्द्रीकरण कर लिया है।

नायडू ने विपक्ष के उक्त आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि संसद में प्रश्नों के उत्तर संसदीय व्यवस्था के अनुरूप दिए जाते हैं और उनके उत्तर प्रभावी ढंग से दिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने में लगे हैं वे उन्हें अवसर दे रहे हैं। प्रेस क्लब में ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में उनसे सवाल किया गया था कि लोकसभा और राज्यसभा में प्रधानमंत्री की उपस्थिति के लिए दिन तय हैं और उन्होंने अब तक कितने प्रश्नों के उत्तर दिए हैं। उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया कि प्रधानमंत्री ने सारी सत्ता अपने हाथों में ले रखी है।

इन आरोपों के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ‘सबसे लोकतांत्रिक ढंग’ से काम करते हैं और कोई निर्णय करने से पहले सभी सहयोगियों की राय लेते हैं। उन्होंने कहा कि कहां सत्ता का केन्द्रीकरण है? विपक्ष के मित्र नाखुश और दिशाहीन हैं।