इंदौर। अग्रिम टैक्स भरने वाली शहर की एक जिम्मेदार महिला ने नगर निगम का इनाम लेने से इंकार कर दिया। इनाम भी छोटा-मोटा नहीं बल्कि ढाई से तीन लाख की कार है। महिला ने लिखित आवेदन देते हुए निगम से गुहार लगाई है कि वह कार लेने असमर्थ है। मामला अब महापौर तक पहुंच गया है।

अग्रिम करदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए नगर निगम हर साल लकी ड्रॉ का आयोजन कर इनाम देता है। 2015-16 का अग्रिम कर देने वाले विजेताओं का नाम निगम ने हॉल ही में घोषित किया है, लेकिन बीते वर्षों में जो विजेता बने, उन तक ही निगम इनाम नहीं पहुंचा सका है। इसमें निगम अफसरों की लेतलाली कम और करदाता की अरुचि ज्यादा है।

इनमें सबसे रोचक मामला 2014 के लकी ड्रॉ में कार जीतने वाली उषा नगर एक्सटेंशन निवासी 62 वर्षीय महिला हीरामणि पति रमेश वर्मा का है। पति की मौत हो चुकी है। 900 वर्गफीट पर बने मकान में वे दो बेटियों के साथ रहती हैं। उन्होंने 2014-15 में 2265 रुपए अग्रिम कर जमा किया था। 21 अक्टूबर 2014 को लकी ड्रॉ हुआ और उनको कार खुल गई। स्पीकर सुमित्रा महाजन और महापौर कृष्णमुरारी मोघे ने समारोह में विजेता को कार की चाबी सौंपी, लेकिन विजेता ने आज तक शोरूम से जाकर कार नहीं उठाई।

कारण जानने के लिए जब नईदुनिया टीम हीरामणि के घर पहुंची तो उनकी बेटी... ने बताया हमने तो मौखिक और लिखित दोनों ही स्तर पर कार लेने में असमर्थता जाहिर कर दी है, क्योंकि हमारी आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि कार मेंटेंन कर सकें। घर में कोई चलाने वाला भी नहीं है, इसलिए हमने कार नहीं लेते हुए नकद राशि की मांग की है। राजस्व समिति प्रभारी सूरज कैरो ने बताया अफसरों ने कई बार उन्हें समझाने और इनाम लेने की बात कही मगर वे तैयार नहीं हैं। अब हल निकालने पर विचार किया जा रहा है।

218 इनाम आज भी कर रहे हैं इंतजार

सन्‌ 2005 से अग्रिम कर भरने वालों को नगर निगम द्वारा इनाम दिया जा रहा है। तब से आज तक हर साल विजेताओं के इनाम पड़े रहते हैं और निगम उन्हें दे नहीं पाता। निगम सूत्रों के मुताबिक एलईडी, एलसीडी, वाशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, मोबाइल, मिक्सर सहित करीब 218 इनाम विजेताओं का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन निगम अधिकारी विजेताओं को पुरस्कार पहुंचाने में असफल रहे।