जयपुर । जिला प्रभारी सचिव, जयपुर सुधांश पंत ने कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति के बारे में समीक्षा करते हुए कहा कि जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर बेहतर ढंग से क्रियान्वयन करने के लिये अधिकारियों को मिशन मोड पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि जब भी कोई अधिकारी निरीक्षण करने के लिये जाये तो वह स्वयं के विभाग की योजनाओं के साथ-साथ अन्य विभाग की योजनाओं का भी निरीक्षण करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ हर व्यक्ति को मिले, इसके लिए शत-प्रतिशत लोगों का पंजीयन कराये। उन्होंने कहा कि ई-औषधि सॉफ्टवेयर के माध्यम से रियल टाइम बेसिस पर दवाईयों की उपलब्धता के बारे में जिला स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों को भी मालूम होना चाहिए। इसके लिये संबंधित अधिकारी को पासवर्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।उन्होंने शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के तहत की जा रही कार्यवाही के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली, जिस पर संबंधित अधिकारी ने बताया कि अक्टूबर माह में विशेष अभियान चलाया गया जिसमें छापामार कार्यवाही की गई थी। प्रभारी सचिव ने कहा कि जिन खाद्य पदार्थों की सैम्पल रिपोर्ट फेल हो गयी है, उनकी पुन: सैम्पल लेकर जांच की जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारी को मिलावटखोरों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुये आगामी दिनों में सैम्पल की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये।प्रभारी सचिव ने निरोगी राजस्थान के तहत चयनित किये गये ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य मित्रों को विभाग द्वारा परिचय पत्र जारी करने के निर्देश दिये जिससे वे क्षेत्र में जाकर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुये कहा कि जिले में योजना के तहत पात्र परिवारों को नवाचार करते हुये पंजीकरण बढ़ाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत किस राशि वर्ग में कितने मरीज लाभान्वित हो रहे है उनकी सूची आगामी दिनों में तैयार करने के निर्देश दिये।