इंदौर। शहर के सबसे पुराने जगदाले कॉलेज मैनेजमेंट के आपसी विवाद के बाद उठे सवालों की जांच अंतिम दौर में है। उच्च शिक्षा विभाग शिकायतों के आधार पर दोनों पक्षों से लगातार पूछताछ के साथ पुराने दस्तावेज भी खंगाल रहा है। विभाग ने पूर्व प्रिंसिपल का वेतन रोकने के मामले में प्रबंधन को नोटिस जारी किया है। विभाग अचानक निरीक्षण भी कर सकता है।

इंदौर प्रशासन की ओर से सभी संस्‍थान की जांच की गई थी। इसमें जगदाले संस्‍थान को काफी हद तक राहत मिल गई है, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग को शिकायतों की बारीकी से जांच करने के दौरान कुछ ऐसे सबूत मिले हैं, जिनके आधार पर विभाग कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई कर सकता है।

अब वेतन नहीं दे रहे

संस्‍थान ने पूर्व प्रिंसिपल डॉ. शिक्षा त्रिवेदी की कई महीनों का वेतन रोक दिया है। इस बारे में विभाग को शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर विभाग ने संस्‍थान को नोटिस जारी किया है। इसमें निर्धारित समय में वेतन देने के सख्त निर्देश हैं। संस्‍थान के प्रशासक योगेश जगदाले का कहना है कि प्रशासन और शिक्षा विभाग को संस्‍थान की शिकायत करने के बाद से उनका वेतन रोक दिया गया है।

जांच अंतिम दौर में

जगदाले संस्‍थान के खिलाफ दो स्तर पर जांच की जा रही है। प्रशासन की ओर से की गई जांच संस्‍थान को पहुंचा दी गई है। शिक्षा विभाग की ओर से की जा रही जांच अंतिम दौर में है। पूर्व प्रिंसिपल को सैलरी नहीं मिलने को लेकर नोटिस जारी किया गया है। कुछ शिकायतों को क्रॉस चेक करने के लिए अचानक निरीक्षण करेंगे। -डॉ. आर.एस. वर्मा, एडिशनल डायरेक्टर, उच्च शिक्षा विभाग