भोपाल। रतलाम-झाबुआ लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के प्रचार अभियान में तेजी आ गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को यहां तीन सभाएं की, 16 को कमलनाथ व सचिन पायलट तथा 17 को दिग्विजय सिंह यहां जनसंपर्क व सभाएं करेंगे। अंतिम दो दिनों में कुछ और वरिष्ठ नेताओं का दौरा होगा। कांग्रेस के चुनाव सूत्रधार बने महेश जोशी का दावा है कि कांग्रेस को मुद्दत बाद रतलाम इलाके से बढ़त मिलेगी। इस चुनाव में कांग्रेस हाईकमान भी सीधी नजर रख रहा है।


पार्टी हाईकमान ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को हिदायत दी है कि वे झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट जीतने के लिए खींचतान और मतभेदों को दरकिनार करते हुए काम करें। कांग्रेस हाईकमान की रणनीति के मद्देनजर यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि केंद्र में भाजपा सरकार के गठन के बाद यह पहला लोकसभा उपचुनाव है।

इसी का असर है कि मप्र के सभी वरिष्ठ नेता यहां दौरा करने पहुंच रहे हैं। कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया ने भी वरिष्ठ नेताओं से इसके लिए आग्रह किया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस क्षेत्र में कांग्रेस के भूरिया विरोधी नेताओं को साधने के लिए वरिष्ठ नेता महेश जोशी को इसलिए चुना गया है, क्योंकि रतलाम के समीप स्थित कुशलगढ़ उनका गृहक्षेत्र रहा है। इस क्षेत्र में कांग्रेस के दर्जनभर विधायक,कई पूर्व सांसद और नेता पहुंच चुके हैं। सिंधिया के बाद कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, संजय निरूपम के दौरों से कांग्रेस रणनीतिकारों को काफी उम्मीदें हैं।

अब कोई विरोधी नहीं: क्षेत्र में कैंप किए कांग्रेस नेता महेश जोशी ने नवदुनिया से चर्चा में माना कि पिछले कुछ समय से रतलाम इलाका कांग्रेस के लिए प्रतिकूल रहा है, लेकिन इस बार परिस्थितियां उलटने वाली हैं। उन्होंने दावा किया कि वे 50 से अधिक पुराने नेताओं को मनाकर चुनाव मैदान में सक्रिय कर चुके हैं, अब यहां कोई असंतुष्ट नहीं है। इसके बूते भाजपा की बढ़त को समाप्त करने की कोशिश हो रही है।