नई दिल्ली : बिहार में बीजेपी की हार पर बुजुर्गों की बगावत को सुलझाने के लिए पार्टी भरपूर प्रयास कर रही है. गुरुवार शाम करीब सात बजे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन में ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन से बातचीत के लिए 10 डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचे, ठीक उसी समय भारत में अरुण जेटली ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के घर पर दस्तक दी. हालांकि इसके 20 मिनट बाद ही वित्त मंत्री वहां से रवाना भी हो गए.

जानकारी के मुताबिक, पार्टी की कोशि‍श नाराज चल रहे नेताओं की चौकड़ी से मुलाकात कर उनकी बातों को सुनने और नाराजगी को दूर करने की है. लेकिन जिस तेजी से जेटली मुरली मनोहर जोशी के घर के अंदर गए और बाहर निकले, ऐसा कुछ फिलहाल होता दिख नहीं रहा. हालांकि, पार्टी ने इस मुलाकात को लेकर कोई आधि‍कारिक बयान नहीं दिया है और न ही वित्त मंत्री जेटली ने ही कुछ कहा.

...इसलिए नाराज चल रहे हैं नेता
गौरतलब है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार और यशवंत सिन्हा ने बिहार चुनाव में पार्टी की हार पर बयान जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाने पर लिया है. मोदी-शाह की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव में हार के लिए जिम्मेदारी तय करने की मांग भी की है.
 

दूसरी ओर, पार्टी ने भी नेताओं के बयान के जवाब में एक बयान जारी कर मोदी-शाह का बचाव किया है. इसके अलावा पार्टी के तीन पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और वेंकैया नायडू ने भी मोदी-शाह का बारी-बारी बचाव किया है. वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी में अपनी अनदेखी का भी आरोप लगाया है.