इंदौर। पाकिस्तान से आई गीता के माता-पिता होने का दावा करने वाले उत्तरप्रदेश के दंपति बुधवार को कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने कहा, गीता उनकी गुमशुदा बेटी सविता है। चाहें तो डीएनए टेस्ट करवा लें।

कलेक्टोरेट पहुंचे प्रतापगढ़ के गांव पेरूरामा निवासी रामराज गौतम व उनकी पत्नी अनारा देवी ने बताया, वे एक दशक से गीता की तलाश कर रहे हैं। अगस्त में टीवी शो में गीता को देखने के बाद उनकी उम्मीद जागी थी कि उन्हें खोई हुई बेटी जल्द मिल जाएगी। रामराज के मुताबिक, सविता को एक दशक पहले पत्नी अनारा के भाई के घर बिहार इलाज करवाने ले गए थे। तब उसकी उम्र आठ साल थी। वहां इलाज से फर्क आने लगा तो उसे वहीं छोड़ दिया था। कुछ दिन बाद जब बिहार बेटी को लेने गए तो वह रेलवे स्टेशन से गुम हो गई। दंपति ने दावा किया, जब उनकी पाकिस्तान में रह रही गीता से बात हुई थी तो उसने मां-बाप के रूप में हमारी पहचान की थी, लेकिन बाद में पता नहीं क्या हुआ, गीता से सभी संपर्क टूट गए। गीता को भारत लाने के बाद न उससे मिलने दिया गया, न जांच के लिए बुलाया गया। गीता के इंदौर में होने की खबर मिलते ही वे अपना खेती का कामकाज छोड़ मिलने इंदौर आ गए। उन्होंने अपने साथ लाए फोटो भी कलेक्टर को दिखाए।

विदेश मंत्रालय करेंगे मेल

कलेक्टर पी. नरहरि ने दंपति द्वारा दिए गए प्रमाण को शपथ पत्र के साथ लिया है। जल्द ही सभी जानकारी एकत्र कर विदेश मंत्रालय को मेल करेंगे। इसके बाद गीता के भारत से पाकिस्तान पहुंचने और दंपति द्वारा बताई गई सभी घटना की जांच की जाएगी। मंत्रालय से जवाब मिलने के बाद ही तय होगा कि दंपति का डीएनए टेस्ट होना है या नहीं।