
सिवनी । पेंच टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में इन दिनों तेंदुए सैलानियों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। खासकर द जंगल बुक के किरदार माेगली का दोस्त कहा जाने वाला काला तेंदुआ सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। वहीं गुरुवार की शाम पेंच के खवासा बफर क्षेत्र में जो दृश्य सैलानियों ने देखा उससे वे रोमांच से भर गए। दरासल बफर क्षेत्र में तेंदुए ने एक बंदर का शिकार किया था। इससे पहले की इस शिकार को तेंदुआ अपना निवाला बनाता वहां तेज दहाड़ के साथ बाघ आ गया। बाघ से डरकर तेंदुआ एक पेड़ पर चढ़ गया और बेबस होकर बाघ को शिकार किए गए बंदर को ले जाते देखते रहा। पेंच पार्क प्रबंधन से अपने फेसबुक पेज "पेंच टाइगर रिजर्व मध्यप्रदेश" में गुरूवार रात एक पोस्ट वीडियो के साथ डाली है। इंटरनेट मीडिया में अनेक लोग इस पोस्ट को साझा कर रहे हैं। इस पोस्ट में लिखा गया है कि- "एक तेंदुआ द्वारा बंदर का शिकार किया गया, और वह उसे खाने ही जा रहा था कि तभी एक टाइगर ने आकर उसके शिकार को दिन दहाड़े उठा लिया और ऊपर से दादागीरी दिखाईl टाइगर के भय से तेंदुआ दो घंटे तक पेड़ पर बैठा रहाl सूत्रों से पता चला है कि लेपर्ड समुदाय में टाइगर द्वारा की गई चोरी व दादागिरी को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है। उक्त तेंदुए द्वारा पूरी घटना की शिकायत आल पेंच लेपर्ड एसोसिएशन को की गयी हैl उक्त घटना से संपूर्ण तेंदुआ समुदाय में टाइगर के प्रति रोष है"। पोस्ट में आगे लिखा गया है कि "पेंच के प्रसिद्ध बघीरा व उसके तेंदुआ परिवार ने एक बंदर का शिकार किया। पूरा परिवार अपने शिकार को खाने के पूर्व थोड़ा आराम करने के लिए पत्थर पर बैठ गया। तभी आस पास से बंदरो की काल आना चालू हुई। अचानक बघीरा व उसके साथी एक ओर पेड़ की तरफ भागे और दूसरी ओर से सामने आया जंगल का राजा बाघ। उस बड़े से बाघ को देख पर्यटक और रोमांचित हो गए। फिर बाघ ने तेंदुए का किया गया शिकार उठाया और वापस उसी दिशा में प्रस्थान किया। शायद यह बहुत ही विरले घटित होने वाला संयोग था, जब एक तेंदुआ और बाघ को इस तरह से लोगों ने इस रोमांचक घटना का पात्र बनते देखा"।
एक साथ दिखाई दिए थे दो तेंदुए
पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा बफर क्षेत्र में हर दिन तेंदुए सैलानियों को दिखाई दे रहे हैं। दो दिन पहले एक सामान्य तेंदुए के साथ काला तेंदुआ सैलानियों को दिखाई दिया था। इसका भी वीडियो इंटरनेट मीडिया में जमकर वायरल हुआ था।