करौली। करौली जिले के लांगरा थाना क्षेत्र के भांकरी के मकनपुर स्वामी इलाके में रहने वाले एक युवक की करंट लगने से अकाल मौत हो गई। बेटे की मौत का मां को ऐसा सदमा लगा कि उसकी भी हालात बिगड़ गई। बेटे के अंतिम संस्कार के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन दो दिन बाद ही मां ने दम तोड़ दिया। इससे पूरे गांव में शोक की लहर छा गई है।
  जानकारी के अनुसार मकनपुर स्वामी (भांकरी) निवासी वीर सिंह जाटव (28) स्वतंत्रता दिवस के दिन पशुओं के लिए चारा ले रहा था। पास ही स्थित बिजली के खंभे के लिए लगे सपोर्ट वायर में करंट आने का उसे अंदेशा भी नहीं था। अचानक सपोर्ट वायर के संपर्क में आने से वीर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीण जब उसके शव को घर लाए तो उसे देख मां राजो बाई की हालत भी बिगड़ गई।
अपने इकलौते बेटे की मौत की खबर से मां राजो बाई सदमे में आ गई। उधर ग्रामीण वीरसिंह का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे। इधर मां की हालत भी बिगड़ने लगी। बेटे के अंतिम संस्कार के बाद मां को करौली जिले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन राजो बाई की हालत लगातार बिगड़ती गई। राजो बाई के लगातार दो दिन आक्सीजन लगी रही। इस दौरान वह बार-बार अपने बेटे को पुकारती रही।
  चिकित्सकों ने हालत लगातार बिगड़ती देख उसे जयपुर रेफर कर दिया। परिवारजन उसे जयपुर ले जाते उससे पहले ही राजो बाई ने दम तोड़ दिया। वीर सिंह के पिता की लम्बी बीमारी के कारण पहले ही मौत हो गई थी। वीर सिंह अपनी चार बहनों के बीच अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था और मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पेट पालता था। वीर सिंह अपने पीछे पत्नी, लड़की और लड़का छोड़ गया है। वीर सिंह के परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है, क्योंकि बड़ी पुत्री की उम्र महज 5 वर्ष की और एक लड़का दो साल का है। वीर सिंह की मौत के बाद उसके वियोग में उसकी मां की मौत की खबर से पूरे गांव में शौक छा गया। सूचना लगते ही बाटदा सरपंच ने दीपक शर्मा मृतक वीर सिंह के घर पहुंचे और परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 21000 रुपये देकर ढांढ़स बंधाया।