नई दिल्ली: बिहार में अगले दो महीने के भीतर होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने के लिए, पश्चिम बंगाल की मुख़्यमंत्री ममता बनर्जी मुख़्य प्रेरक बनकर उभरी हैं। इसकी शुरुआत मंगलवार को दिल्ली में ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच हुई डिनर पे मुलाकात के साथ हो गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी विपक्षी दल इस बात के लिए दृढ़ संकल्प हैं कि इन चुनावों में बीजेपी को किसी भी तरह से जीत से दूर रखना है।

इसकी अगली कड़ी में सभी विपक्षी दल जल्द ही चाय पर चर्चा करने वाले हैं। ये बैठक एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के घर पर हो सकती है। इस बैठक में एसपी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव शामिल होंगे। ऐसी जानकारी है कि बिहार के दोनों बड़े नेता लालू यादव और नीतीश कुमार इस बैठक में अपने प्रतिनिधी भी भेजने वाले हैं।   

ऐसा कहा जा रहा है कि दिल्ली के मुख़्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं और सूत्रों के अनुसार उन्हें इसके लिए खुद बंगाल की मुख़्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार रात की डिनर पर हुई मुलाकात के दौरान तैयार किया है।

लेकिन इस बैठक में कांग्रेस पार्टी को नहीं बुलाया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि ममता नहीं चाहती थीं कि इस रणनीतिक बैठक में कांग्रेस पार्टी शामिल हो क्योंकि आने वाले बंगाल वि.स. चुनावों में उनकी पार्टी कांग्रेस का खिलाफ़ चुनाव मैदान में उतरेगी।

रणनीतिक बैठक
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस बिहार वि.स. चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़ी नहीं कर रही है और जिस तरह से उन्होंने चाय पर अन्य दलों के नेताओं से मिलने की रणनीति बनाई है, उसका मकसद अपने राज्य के अल्पसंख्यक वोटरों के ये संदेश देना है कि वे बीजेपी के साथ खड़ी नहीं हैं।

भारतीय जनता पार्टी का बंगाल में बहुत ज्य़ादा असर नहीं है और उसकी कोशिश वहां होने वाले वि.स. चुनावों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराना है लेकिन उससे पहले पार्टी बिहार में जीत दर्ज करना चाहती है।

एक तरफ जहां मुलायम सिंह यादव समाजवादियों के दल का नेतृत्व कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में विपक्षी दलों की प्रस्तावित बैठक की अगुवाई करने वाले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की पार्टी का बिहार में बहुत ही मामूली असर है।

अरविंद केजरीवाल ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो बिहार वि.स. चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करेंगे, ताकि एंटी बीजेपी वोटों का बंटवारा न हो जाए।

ममता दिल्ली में पीएम मोदी से राज्य में बाढ़ राहत कार्यों पर चर्चा करने के लिए आयी हुईं हैं।