नयी दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार के पास जीएसटी विधेयक को संसद के मौजूदा सत्र में पारित कराने के लिए मात्र दो दिन बचे हुए हैं. इस बिल पर बुधवार को यानी आज राज्यसभा में एक बार फिर बहस होनी है. आपको बता दें कि गुरुवार को संसद का मॉनसून सत्र नवंबर तक के लिए समाप्त हो जाएगा. यदि कांग्रेस का आक्रामक रुख आज भी जारी रहा तो सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है. कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा कल ही कह चुके हैं कि इस बिल को राज्यसभा में पास नहीं होने दिया जायेगा. आनंद शर्मा ने कहा कि जीएसटी विधेयक पर चर्चा नहीं हो सकती, क्योंकि इस पर कार्य मंत्रणा समिति  में विचार नहीं किया गया है और न ही बीएससी ने इसके लिए समय निर्धारित किया है. उन्होंने संशोधित कार्यसूची में जीएसटी विधेयक को दर्ज किये जाने पर भी आपत्ति जतायी.

इससे पहले मंगलवार को सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से जुड़े संविधान संशोधन विधेयक को चर्चा के लिए राज्यसभा में पेश किया, लेकिन कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण इस पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी. भारी हंगामे के चलते  उप सभापति पीजे कुरियन ने सदन की कार्यवाही को बुधवार तक के लिए ‍स्थगित कर दी. वित्त मंत्री अरुण जेटली इस संविधान (122वां)संशोधन विधेयक को चर्चा और पारित कराने के लिए जैसे ही खड़े हुए , कांग्रेस सदस्य सभापित के आसन के समक्ष पहुंच गये और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. वहीं, जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधाते हुए कहा कि वह देश के विकास को अवरुद्ध करने के लिए  विभिन्न मुद्दे उठा रही है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बहाने इस विधेयक को रोकना चाहती है. उल्लेखनीय है कि ससंद के मॉनसून सत्र को समाप्त होने में अब दो दिन बचे हैं. कुल 245 सदस्यों वाली राज्य सभा में 68 सदस्यों के  साथ कांग्रेस मजबूत स्थिति में है जिससे सरकार के समक्ष समस्या आ रही है.

हार नहीं पचा पा रही कांग्रेस

वित्त मंत्री ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा, यदि जीएसटी की शुरुआत होगी तो सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि तेज होगी, लेकिन किसी कारणवश कांग्रेस यह नहीं चाहती है. कांग्रेस जब सरकार में थी उसकी नीतियां इस देश की अर्थव्यवस्था के लिए बोझ थी. आज जब विपक्ष में है तब भी उसकी नीतियां बोझ हैं. सोनिया व राहुल का नाम लिए बिना कहा िक वे यह स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि गांधी परिवार के बाहर का कोई व्यक्ति भी देश को चला सकता है.

ऐसे में चर्चा कैसे

हंगामे के बीच उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि यह संविधान संशोधन विधेयक है इसलिए इसे हंगामे में नहीं लिया जा सकता. इसके बाद उन्होंने बैठक स्थगित कर दी. उल्लेखनीय है कि संविधान संशोधन विधेयक को पारित करने के लिए सदन में सामान्य व्यवस्था बनी रहनी चाहिए.

गतिरोध दूर करने के लिए मुलायम की प्रशंसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में हंगामे के लिए कांग्रेस पर  निशाना साधा. हालांकि, ‘इस साजिश को समझने‘ और सदन में गतिरोध समाप्त करने का  प्रयास करने के लिए सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की प्रशंसा की. माॅनसून सत्र में भाजपा संसदीय दल की अंतिम निर्धारित बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ‘कुछ लोग' यानी कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व आर्थिक  वृद्धि को रोकने के लिए काम कर रहे हैं. सपा प्रमुख ने सोमवार को ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं मामले पर कांग्रेस से कहा था कि विरोध जारी रखेंगे तब हम आपका समर्थन नहीं करेंगे. इधर, नेताजी ने चेताया : सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार जल्द ही जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी नहीं करती है, तो संसद में नये सिरे से गतिरोध पैदा हो जायेगा.