नई दिल्ली : द्रौपदी मुर्मू का झारखंड का राज्यपाल बनना दिखाता है कि भारत में समाज के अंतिम इंसान के बारे में सोचा जाता है। यहां पर समवेशी विकास को कितना महत्व मिलता है, द्रौपदी का उक्त पद पर आना इस बात का ठोस प्रमाण है।

वे देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल बनी हैं। उन्हें सोमवार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। आइये जानतें हैं उनके बारे में खास बातें।

द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा में नवीन पटनायक सरकार में मंत्री भी रहीं। ये उन दिनों की बातें हैं जब पटनायक को राज्य में भाजपा का समर्थन मिलता था।

वह उड़ीसा के मयूरभंज जिले की भाजपा चीफ भी रहीं।

द्रौपदी मुर्मू उड़ीसा विधानसभा में रायरंगपुर सीट से विजयी होती रहीं।

वह झारखंड की पहली महिला गवर्नर हैं।

वह उड़ीसा की पहली महिला हैं जिसे गवर्नर का पद मिला।

द्रौपदी मुर्मू नवीन पटनायक सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री थीं।

वह आदिवासियों के कल्याण कार्यों से सदैव जुड़ी रहीं।

द्रौपदी मुर्मू को इस बात का क्रेडिट जाता है कि उन्होंने उड़ीसा में भाजपा को मजबूत आधार दिया।

 वह आदिवासी बच्चों को उड़ीसा में पढ़ाती भी रही हैं।

वह औरतों को स्वावलंबी बनाने के लिए भी हमेशा एक्टिव रहती हैं।