न्यूजीलैंड टीम एक बार फिर आईसीसी ट्राफी अपने नाम नहीं कर पायी। यह छह साल में तीसरा अवसर है जब टीम खिताबी मुकाबले में पहुंचने के बाद भी उसे हासिल नहीं कर पायी। आईसीसी टी20 विश्वकप के फाइनल में उसे ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टी20 खिताब मिला है। कीवी टीम का सफर विश्वकप मुकाबलों में शानदार रहता है पर फाइनल में आकर टीम नाकाम हो जाती है।  न्यूजीलैंड की टीम साल 2015 में भी एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में पहुंची थी। इसके बाद साल 2016 के टी20 विश्व कप में भी उसे  सेमीफाइनल में हार का सामना रकना पड़ा। साल 2019 में भी कीवी टीम को एकदिवसीय विश्व कप में हार का सामना करना पड़ा। साल 2021 में केन विलियम्सन की टीम ने आईसीसी टेस्ट विश्व चैंपियनशिप में जीत दर्ज की।
साल 2015 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मेलबर्न में खेले गए एकदिवीसय विश्व कप के फाइनल में न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराया था। वहीं साल 2019 में एक बार फिर न्यूजीलैंड की टीम एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में पहुंची पर वह खिताब नहीं जीत पायी। इस बार इंग्लैंड ने बेहद रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड को अधिक बाउंड्री के आधार पर हराया।
इस बार कप्तान विलियम्सन ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 85 रनों की कप्तानी पारी खेली थी पर इसके बाद भी कीवी टीम को आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में कीवी गेंदबाजी टीम के स्कोर का बचाव नहीं कर पाये।
विलियमसन ने कहा, अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने कप्तान केन विलियमसन ने आईसीसी टी20 विश्व कप के खिताबी मुकाबले में हार के बाद भी अपने टीम को सराहा है।  विलियमसन ने कहा है कि उन्हें अपनी टीम पर गर्व है। इस मैच में कीवी कप्तान ने शानदार बल्लेबाजी कर 85 रनों की पारी खेली थी पर ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिशेल मार्श ने 77 और डेविड वार्नर ने 55 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। मुकाबले के बाद विलियमसन ने कहा ,‘‘ हमें लगा कि यह स्कोर अच्छा है पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बेहतर तरीके से इसका पीछा कर लिया। साथ ही कहा कि हम ज्यादा पीछे नहीं थे पर ऑस्ट्रेलिया ने हमें कोई अवसर नहीं दिया। इसके बाद भी मुझे अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है।’’ वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान आरोन फिंच ने कहा, ‘‘पहली बार टी20 विश्व कप जीतने पर गर्व है। पूरे टूर्नामेंट में हमारी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया जबकि लोगों ने शुरुआत में ही हमें हार हुआ करार दिया था। इसके बाद भी हमने हार नहीं मानी और शानदार वापसी की। उन्होंने कहा ,‘‘ मेरी नजर में स्पिनर एडम जाम्पा टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे। उन्होंने शानदार गेंदबाजी करके बड़े विकेट लिये। वहीं मिचेल मार्श ने पहली गेंद से ही दबाव बना दिया। मैथ्यू वेड ने सेमीफाइनल में मार्कस स्टोइनिस के साथ मिलकर सबको हैरान कर दिया।’’
मार्श ने कहा कि वह फाइनल में टीम की जीत में योगदान देना चाहते थे और उन्हें खुशी है कि वह ऐसा कर सके। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं चाहता था कि इस मैच में अपनी मौजूदगी दर्ज कराऊं और ऐसा ही हुआ। मैंने अपना स्वाभाविक खेल दिखाया और अब मेरे पास अपनी खुशी को व्यक्त करने के लिये शब्द नहीं है। ये छह सप्ताह यादगार रहे।’’