लंदन । ब्रिटिश पुलिस ने लीवरपूल टैक्सी बम विस्फोट मामले में आतंकवाद कानून के तहत गिरफ्तार चार व्यक्तियों को रिहा कर कहा है कि वह विस्फोट में मारे गये संदिग्ध हमलावर की मंशा समझने में जुटी है। पुलिस के अनुसार, बम हमलावर का नाम इमाद अल स्वीलमीन (32) था जो कई साल पहले शरण लेने के लिए ब्रिटेन पहुंचा था।इमाद अल ने 2017 में ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया था। रविवार की सुबह लीवरपूल वीमेंस अस्पताल से बाहर वाहन में विस्फोट हुआ था और अल स्वीलमीन एवं टैक्सी चालक की मौत हो गई थी। पुलिस ने विस्फोट को आतंकवादी गतिविधि करार दिया है लेकिन उसका कहना है कि वह अब भी इसका मकसद ढूंढने में जुटी है। इस संबंध में चार लोगों को आतंकवाद कानून के तहत हिरासत में लिया गया जिन्हें गुरुवार को रिहा कर दिया गया। चारों की उम्र 20 साल के आसपास है। उत्तर पश्चिम इंग्लैंड की आतंकवाद निरोधक पुलिस व्यवस्था के प्रमुख रूस जैक्सन ने कहा, ‘‘ गिरफ्तार किये गये चारों व्यक्तियों से पूछताछ के बाद हम उनकी बातों से संतुष्ट हैं और उन्हें पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया है। ’’