भोपाल ।  मध्यप्रदेश में जहरीली व नकली शराब का कारोबार का जाल पूरे प्रदेश में फैलता जा रहा है। मंदसौर के बाद इंदौर में भी 5 लोगों की मौत, खंडवा व खरगोन की मौतों के पीछे भी जहरीली, नकली व मिलावटी शराब की पुष्टि हो चुकी है। ना मुख्यमंत्री के सपनों का शहर सुरक्षित है, ना प्रदेश के आबकारी मंत्री का क्षेत्र सुरक्षित है? उज्जैन की घटना के बाद जिस प्रकार जांच दल के नाम पर सरकार ने लीपापोती की थी, वैसे ही लीपापोती मंदसौर शराब कांड के बाद भी जांच दल के नाम पर सरकार कर रही है?
मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से पूछता हूं कि वे बताये उज्जैन के जांच दल की रिपोर्ट कहां दबा रखी है, उसे सार्वजनिक किया जावे, उसके कितने बिंदुओं पर सरकार ने आज तक अमल किया, यह प्रदेश की जनता को सरकार बताये? यदि सरकार उस जाँच रिपोर्ट के बाद जाग जाती तो इन घटनाओं को रोका जा सकता था लेकिन जाँच तो सिर्फ लीपापोती के लिये की गयी थी? वैसी ही लीपापोती मंदसौर की जांच रिपोर्ट के नाम पर भी कर दी जाएगी? मुख्यमंत्री के सपनों के शहर इंदौर में खुलेआम शराब को लेकर गोलियां चल रही है, धड़ल्ले से घर-घर में जहरीली शराब बिक रही है? ऐसा लग रहा है कि प्रदेश शराब माफियाओं के हवाले कर दिया गया है? आबकारी विभाग और पुलिस के संरक्षण में खुलेआम यह व्यापार फल फूल रहा है? सरकार का इन माफियाओं पर कोई नियंत्रण नहीं बचा है?
जहरीली शराब से हो रही मौतों की घटनाओं को दबाने का पूरा प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है, मौत के आंकड़ों को भी दबाने-छुपाने का काम किया जा रहा है, जो कि बेहद शर्मनाक है। सरकार का कोई भी जिम्मेदार इन घटनाओं की सुध तक लेने नही जा रहा है?
मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से पूछता हूँ कि आखिर इन बेगुनाह लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है? उज्जैन की घटना के बाद आपने इस तरह की घटनाओं को लेकर अधिकारियों की जवाबदेही तय की थी, क्या आप की यह घोषणा भी सिर्फ घोषणा ही बनकर रह गई है? क्यों अभी तक मंदसौर, इंदौर, खंडवा, खरगोन की घटनाओं पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई, क्यों अभी तक जवाबदेही तय नहीं की गई?
मुख्यमंत्री जी, आप कहते थे कि माफियाओ को मैं गाड़ दूंगा, टांग दूंगा, लटका दूंगा, अरे माफियाओं को तो हमने हमारी सरकार में गाड़ा था, हमारी सरकार में माफिया प्रदेश छोड़कर भाग गए थे। आपकी सरकार में तो वो गड्ढों से वापस निकल आए हैं और वापस प्रदेश लौट आए हैं? इस सच्चाई को प्रदेश की जनता खुली आंख से देख रही है। मैं सरकार से माँग करता हूँ कि जहरीली शराब की इन घटनाओं पर दोषियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज हो, जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही हो, जवाबदेही तय हो, पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद हो।