नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह  बीएसएफ के 18वें अलंकरण समारोह में शामिल हुए. जवानों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने बलिदानियों को सलाम किया. साथ ही ये बात भी कही कि जिस देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होती वो कभी सुरक्षित नहीं होता. अमित शाह ने कहा मैं उन लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया है क्योंकि पूरा देश जानता है कि आप सजग बनकर देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं. इसी कारण आज देश लोकतंत्र के अपनाए हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है, उन बलिदानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता. सीमा सुरक्षा के काम में लगे बीएसएफ र सभी पैरामिलिट्री फोर्स के कारण आज भारत विश्व के नक्शे पर अपना गौरवमय स्थान दर्ज करा रहा है. अमित शाह ने आगे कहा, "सीमा सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा है. हमारे सामने कई चुनौतियां हैं. मुझे अपने अर्धसैनिक बलों पर पूरा भरोसा है. पीएम मोदी के तहत, हमारी एक स्वतंत्र रक्षा नीति है, जिसने हमारी संप्रभुता को उसी भाषा में जवाब देने की चुनौती देने वालों को चेतावनी दी." सीमा सुरक्षा बल का अलंकरण समारोह का आयोजन 2003 से हर साल बीएसएफ के प्रथम महानिदेशक और पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित केएफ रूस्तमजी के जन्मदिवस के अवसर पर किया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना महामारी के चलते इसका आयोजन आज किया जा रहा है. इस साल 27 सीमा प्रहरियों जिनमें 14 'वीरता के लिए पुलिस पदक' और 13 'सराहनीय सेवा के लिये पुलिस पदक' (3 सेवानिवृत सहित) से अलंकृत किया जाएगा.