
विदिशा के लाल पठार कुआं हादसे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हादसे के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, आश्चर्यजनक बात है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा में मौजूद रहने के बाद भी घटना स्थल पर नहीं पहुंचे। यह गंभीर मामला है कि प्रशासन के आला अधिकारी कहीं और व्यस्त होने के कारण घटनास्थल पर देर से पहुंचे। कांग्रेस ने हादसे की जांच के लिए कमेटी बनाई है।
बता दें, सीधी बस हादसे के दौरान मुख्यमंत्री घटना स्थल पर दो दिन बाद गए थे, लेकिन उन्होंने तत्काल दो मंत्रियों को मौके पर भेजा था। तब उन्होंने कहा था, घटना स्थल पर वीआईपी मूवमेंट होने से बचाव कार्य प्रभावित होता है। यही वजह है, गंजबासौदा हादसे की जानकारी मिलने के बाद खुद घटनास्थल पर जाने के बजाय विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग को तत्काल मौके पर भेजा था।
कमलनाथ ने जारी बयान में कहा, थोड़ी देर बाद भीड़ के दबाव से इस कुएं की मुंडेर धंसने से कई लोग गहरे पानी में गिर गए। उनका आरोप है, घटनास्थल पर जिम्मेदार प्रशासन के आला अधिकारी काफी देरी से पहुंचे। SDRF का दल भी रात 10 बजे के आसपास मौके पर पहुंचा, जिसके कारण राहत कार्य भी देरी से शुरू हुआ।
उन्होंने कहा, क्षेत्र में पानी के संकट के कारण लोग इसी जर्जर कुएं से पानी लेने को मजबूर थे। इसकी जगत काफी क्षति ग्रस्त और जर्जर हो चुकी थी। इसकी मरम्मत की मांग भी कई बार उठी, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया। कमलनाथ ने कहा कि राहत कार्य देरी से प्रारंभ होने के कारण कई लोगों को बचाया नहीं जा सका। कई अभी भी लापता हैं।
मृतकों के परिजनों को 15 लाख रुपए मुआवजा दें
कमलनाथ ने शिवराज सरकार से मांग की है, प्रत्येक मृतक के परिवार को 15 लाख रुपए और घायलों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाए। उन्होंने कहा है कि सरकार मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के साथ सभी घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज करवाए। बता दें कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए सहायता देने की घोषणा की है।
मौके पर जाएगी कांग्रेस की जांच कमेटी
कमलनाथ ने घटना की जांच को लेकर कांग्रेस की एक जांच टीम बनाई है। जो मौके पर जाकर पूरी जांच रिपोर्ट मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेगी। जांच दल में विदिशा जिला कांग्रेस अध्यक्ष कमल सिलाकारी, विधायक शशांक भार्गव, पूर्व विधायक निशंक जैन और शैलेंद्र पटेल को शामिल किया गया है।