
जयपुर । प्रदेश में कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के बाद अब गहलोत सरकार ने नौकरशाही में बडे फेरबदल के मूड में है बताया जा रहा है कि दो दर्जन आईएएस एक दर्जन आईपीएस और 30 से ज्यादा आरएएस अधिकारियों को इधर उधर करने की तैरूारी पूरी हो चुकी है। विश्व सूत्रों ने बताया कि इसी सप्ताह नौकरशाहो के तबादलो की सूची जारी होने के संकेत दिए है नौकरशाही में बडे बदलाव के जरिए गहलोत सरकार एक बार फिर गुड गवर्नेस का संदेश देना चाहती है। सरकार में उच्च स्तर पर तबादला सूची को लेकर मंथन हो रहा है और जल्द ही नौकरशाही की बडी तबादला सूची सामने आ सकती है। सूत्रों की माने तो गहलोत सरकार जिन आईएएस अधिकारियों को इधर उधर करना चाहती है उनमे एक दर्जन जिलो के कलेक्टर भी शामिल है बताया जा रहा है कि कई कलेक्टर्स के काम में मुख्यमंत्री गहलोत भी खुश नहंीं है तो कई मंत्री विधायकों ने भी कलेक्टर्स के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री को शिकायत की है ऐसे में माना जा रहा है कि एक दर्जन कलेक्टर्स को नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड सकता है हाल ही में मंत्रिपरिषद की बैठक् में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जयपुर कलेक्टर को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। दूसरी ओर सरकार एक दर्जन आईपीएस अधिकारियों का भी तबादला करने जा रही है इनमें कई जिलो के पुलिस अधीक्षकों को भी बदला जायेगा तो जयपुर और जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में ही बडा बदलाव देखने को मिल सकता है। सरकार से जुडे सूत्रों की मानें तो आईएएस आईपीएस और आरएएस अधिकारियों की तबादला सूची को लेकर सरकार में होमवर्क पूरा हो चुका है और लगभग सूची तैयार है अभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंजूरी मिलना बाकी है मुख्यमंत्री गहलोत की मंजूरी के बाद ही बबादला सूची जारी हो जायेगी। दरअसल नौकरशाही में बडे फेरबदल की तैयारी के पीछे एक वजह सत्तारूढ पार्टी के मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी भी है सत्तारूढ पार्टी के मंत्री विधायकों ने भी सरकार पर नौकरशाही में बदलाव करने का दबाव बनाया हुआ है कई विधायक और मंत्री अपने अपने इलाको के जिला कलेक्टर और एसपी को बदलने की मांग कई बार मुख्यमंत्री गलोत से कर चुके है हालांकि तब मुख्यमंत्री गहलोत ने मंत्री विधायकों को कोरोना महामारी का हवाला देकर शांत करा दिया था।