नई दिल्ली : रेल मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा का कहना कि ईंधन की कीमतों में हालिया कमी के बाद भी यात्री किरायों की समीक्षा करने की रेलवे की कोई योजना नहीं है.

गौड़ा ने सोमवार को कहा कि इस बाबत कोई भी फैसला उस वक्त किया जाएगा जब रेलवे ईंधन समायोजन अवयव (फ्यूएल अडजस्टमेंट कॉम्पोनेंट) से जुड़ी पुनरीक्षण योजना की समीक्षा करेगा. इस योजना का पुनरीक्षण हर छह महीने पर होता है और अगला पुनरीक्षण दिसंबर में होगा. रेल मंत्री ने कहा, 'ईंधन की कीमतों को आंकने के लिए एक व्यवस्था है. यह हर छह महीने बाद होता है.'

रेलवे ने 2014 के जून में सभी श्रेणियों के यात्री किरायों में 14.2 फीसदी का इजाफा किया था. मालभाड़े में भी 6.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी. गौड़ा ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों एस मणि और लिली पांडेय द्वारा लिखी गई किताब 'आर्ट एंड रेलवेज- ए बैंगलोर सागा' का विमोचन भी किया.

उत्तर भारत में धुंध भरे मौसम के मद्देनजर करीब 30 ट्रेनें रद्द किए जाने के सवाल पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरूणेंद्र कुमार ने कहा कि अन्य ट्रेनों की सुचारू आवाजाही और खराब दृश्यता के दौरान ट्रैफिक सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय किया गया. उन्होंने कहा, 'जब धुंध होती है तो ट्रेनों के अलावा कुछ नहीं चलता. हमने सुरक्षा पर जोर दिया है भले ही ट्रेन देर से चले. ट्रेनें रद्द की हैं ताकि अन्य ट्रेनें सुचारू ढंग से चलें.'