
भोपाल । अन्नदाता की उम्मीद पर पानी तो फिर नहीं सका लेकिन रोटावेटर जरूर चलने गया है। मानसून की आहट देख किसानों ने जून के दूसरे सप्ताह में सोयाबीन की बोवनी कर दी थी। लेकिन बारिश नहीं हुई तो बीज जमीन में ही भांप से सड़ गया। अब किसान रोटावेटर चलाकर दोबारा खेत तैयार करने में लगे है।
प्रदेश में जून के पहले पखवाड़े में अच्छी बारिश हुई तो अधिकांश किसानों ने बोवनी कर दी। उन्हें लगा कि बारिश का यह क्रम अब लगातार जारी रहेगा। 15 दिन बीतने के बाद अब बीज सड़ गया तो किसान अब अपने खेत में रोटावेटर चला रहे है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बोवनी के बाद बारिश नहीं हुई। आखिर में अब दूसरी फसल की तैयारी के लिए रोटावेटर चलाना पड़ रहा है।
- महंगे दामों में खरीदा था बीज
किसानों के अनुसार सरकार बीज की कालाबाजारी रोक पाने में मुश्किल रही है। इसी का परिणाम रहा कि किसानों ने 50 रूपए प्रतिकिलों का बीज 120 से 140 रूपए में खरीदा था। पहले महंगे दाम में बीज खरीदकर बोवनी कर दी फिर बारिश ने धोखा दे दिया।
10 जुलाई बाद बारिश का अनुमान
भोपाल स्थित मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. जीडी मिश्रा के अनुसार किसानों की चिंता होना जायज है, पूरे मप्र में बारिश को लेकर कोई भी घटनाक्रम नहीं है, हर जिले में सूखे की स्थिति है। अभी तक किसी प्रकार का सिस्टम बनते नहीं दिख रहा है। अनुमान है कि 10 जुलाई के बाद बारिश हो सकती है।