
नई दिल्ली। राजद नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा विरोधी गठबंधन पर कहा है कि कांग्रेस के साथ ही विपक्षी विकल्प की कल्पना की जा सकती है। तेजस्वी ने एक समाचार चैनल से एक साक्षात्कार में कहा कि बिहार में गठबंधन पर फैसला चिराग को लेना है। अगर विचारधारा का मेल है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन पहल चिराग पासवान को करनी होगी। बिहार चुनाव में चिराग पासवान के जेडीयू विरोधी रुख से राजद को मदद मिलने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि राजद की सीटें इसलिए ज्यादा नहीं आई हैं कि चिराग पासवान ने मदद की है, उनके कैंडीडेट की वजह से हमारे भी कई प्रत्याशी हारे, चिराग के साथ जो हुआ ठीक नहीं हुआ। उन्होंने कहा 'चिराग कानूनी लड़ाई लड़ेंगे, लेकिन जनता उनके समर्थन में है। चिराग को ये तय करना पड़ेगा रामविलास जी की विचारधारा को कैसे आगे ले जाएंगे।'
तेजस्वी से जब यह पूछा गया कि क्या कांग्रेस को अलग को रखकर बीजेपी के खिलाफ केंद्र में कोई मोर्चा बनाया जा सकता है, तो उन्होंने इससे इनकार किया। तेजस्वी ने कहा, 'हमने पहले भी कहा है कि कांग्रेस को इसकी बुनियाद बननी पड़ेगी। कांग्रेस के साथ ही विपक्षी विकल्प की कल्पना की जा सकती है। 200 ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जहां कांग्रेस सीधी लड़ाई में है। जहां क्षेत्रीय पार्टी मजबूत हैं, वहां उन्हें आगे रखना पड़ेगा। तैयारी अभी से शुरू करनी पड़ेगी। कैसे ये गठबंधन आगे बढ़ेगा। लिहाजा समय गंवाने की जरूरत नहीं है। उसके बिना कामयाब नहीं होंगे। नेता सब पार्टियां मिलजुलकर तय कर लेंगी।'
तेजस्वी ने कहा, 'नीतीश जी का जो जीवन बचा है, वो अच्छे से कट जाए इसलिए वो कुछ न कुछ तोड़ना जोड़ना करते हैं। लोजपा के साथ जो हुआ, किसने किया वो सबको पता है, इसमें नीतीश जी का भूमिका है। नीतीश जी को बिहार की जनता पर ध्यान देना चाहिए। जो हकदार छात्र हैं, उन्हें नौकरी की लिस्ट जारी नहीं हुई। बड़ी धांधली हो रही है। नीतीश जी रिक्त पदों को नहीं भर रहे हैं। कोरोना के मामले में भी कोई काम नहीं है। कोरोना वैक्सीनेशन का काम भी बुरा चल रहा है। नीतीश कुमार बिहार के लोगों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।'