
भोपाल। कांग्रेस के जुझारू और मुखर नेता तथा भोपाल के मेरे सबसे पुराने मित्रो में से—भाई ईश्वर सिंह जी चौहान का आज यहाँ दु:खद निधन हो गया।वे लगभग 70 वर्ष के थे।ईश्वर भाई पिछले ढाई महीने से कोरोना वायरस से संघर्ष कर रहे थे, लेकिन आख़िरी में ब्लैक फंगस से हार गए।वे बंसल हॉस्पिटल में भर्ती थे।उनका अंतिम संस्कार संपन्न हो गया है।कल प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय इन्दिरा भवन, शिवाजी नगर, भोपाल में मध्यान्ह 12 बजे उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया है।राजधानी के बुलंद नेता ईश्वर भाई भोपाल विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहे हैं।एक बार उन्हें भोपाल के बाहर कांग्रेस का विधानसभा का टिकट भी मिला था, लेकिन वे जीत नहीं सके।राजधानी की राजनीति के वे प्रमुख किरदार थे और जड़ों से जुड़े हुए नेता थे। भोपाल में विधायक पीसी शर्मा के साथ उनकी जोड़ी थी।पीसी भाई और ईश्वर भाई दोनों ही झुग्गी नेता थे।भोपाल में व्यापक पैमाने पर झुग्गी बस्तियों और गुमटियों की बसाहट मुख्यत: इन्हीं दोनों नेताओं की देन है, ख़ासकर नए भोपाल में।बाद में अर्जुन सिंह ने झुग्गी पट्टा अधिनियम क़ानून बना कर प्रदेश की समस्त जुटी बस्तियों को वैध घोषित कर उन्हें पट्टे प्रदान कर दिए थे।एक ज़माने में अर्जुन सिंह के लिए ये दोनों नेता भीड़ जुटाते थे।इसमें अधिकांश झुग्गीवासी होते थे।5 हज़ार लोगों की भीड़ जुटाना इन नेताद्वय के बाएँ हाथ का खेल था।अर्जुन सिंह द्वारा तिवारी कांग्रेस बना लेने के बाद ये दोनों नेता दिग्विजय सिंह से जुड़ गए।शिवाजी नगर (मेरे निवास का क्षेत्र) के कांग्रेस के सक्रिय आदर्श पार्षद योगेन्द्र सिंह चौहान (गुड्डू चौहान) बचपन से ही इन दोनों नेताओं से पूरी तरह से जुड़े रहे हैं।कुछ समय से अब पीसी भाई और गुड्डू भाई की जोड़ी बन गई है।