मुंबई । देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में बैंकों का एक ग्रुप कर्ज वसूली के लिए भगोड़ा कारोबारी विजय माल्या की तीन कंपनियों के शेयरों की बिक्री करेगा। इससे करीब 6,200 करोड़ रुपए की रिकवरी की उम्मीद है। यह कर्ज विजय माल्या ने अपनी एयरलाइन कंपनी किंगफिशर के लिए लिया था। यूनाइटेड ब्रूवरीज लिमिटेड, यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड और मैकडॉवेल होल्डिंग्स लिमिटेड में माल्या के शेयर्स बल्क डील्स के जरिए 23 जून को बेचे जाएंगे। अगर शेयर की बिक्री कामयाब रही तो यह बैंकों की किंगफिशर मामले में पहली बड़ी रिकवरी होगी। 2012 में यह कर्ज से एनपीए बन गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार शेयर्स की बिक्री बेंगलुरू के डेट रिकवरी ट्राइब्यूनल की निगरानी में होगी, जिसने रिकवरी ऑफिसर को 6,203 करोड़ रुपए के लोन की रिकवरी के लिए शेयर्स बेचने को अधिकृत किया है। अगर ब्लॉक डील के तहत शेयर्स की बिक्री नहीं हो पाती तो बैंक ब्लक या रिटेल के जरिए से शेयर्स बेच सकते हैं। विजय माल्या ने 17 बैंकों से करीब 9 हजार करोड़ रुपए और उनके ब्याज अब तक नहीं भरा है। इसमें एसबीआई सहित पंजाब नेशनल बैंक, आईडीबीआईबैक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इलाहाबाद बैंक, फेडरल बैंक, एक्सिस बैंक भी शामिल हैं। किंगफिशर एयरलाइन को दिए गए 6,900 करोड़ रुपए के मूल कर्ज में सर्वाधिक 1,600 करोड़ रुपए स्टेट बैंक ने दिए हैं। इसके अलावा, जिन अन्य बैंकों ने एयरलाइन को कर्ज दे रखा है, उनमें पंजाब नेशनल बैंक (800 करोड़ रुपए), आईडीबीआई बैंक (800 करोड़ रुपए), बैंक ऑफ इंडिया (650 करोड़ रुपए), बैंक ऑफ बड़ौदा (550 करोड़ रुपए), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (410 करोड़ रुपए) शामिल हैं।