
लखनऊ । जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा पंचायत चुनाव में सरकारी तंत्र का दबाव डालकर पंचायत सदस्यों को डरा-धमका कर अपने पक्ष में मतदान करने के लिए मजबूर कर रही है।
शुक्रवार को यहां जारी बयान में सपा प्रमुख ने कहा, भाजपा पंचायत चुनावों में हार से बुरी तरह बौखलाई हुई है और संख्या बल न होते हुए भी अपने अध्यक्ष बनाने के लिए व्याकुल पार्टी नेतृत्व सरकारी तंत्र का दबाव डालते हुए पंचायत सदस्यों को डरा धमकाकर अपने पक्ष में मतदान के लिए मजबूर कर रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता का यह घोर दुरूपयोग है और भाजपा सरकार की इन दमनकारी नीतियों से लोकतंत्र खतरे में है। राज्य के सभी जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव घोषित हो चुका है और तीन जुलाई को मतदान होना है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि औरैया, मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा, हापुड़, सिद्धार्थनगर, रामपुर, गोरखपुर, फर्रुखाबाद आदि जिलों में सत्ता दल खुलकर समाजवादी पार्टी के निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों और समर्थित जिला पंचायत सदस्यों को उत्पीड़न का शिकार बना रहा है। उन्होंने कहा कि हद तो यह है कि सरकारी तंत्र द्वारा पंचायत सदस्यों के परिवारजनों को भी तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है। सपा मुखिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने इस सन्दर्भ में पुलिस महानिदेशक से शिकायत भी की थी।