जबलपुर। मध्य प्रदेश जागरूक अधिकारी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन ने बताया कि कार्यालय कलेक्ट्रेट जबलपुर के आदेश क्रमांक/३८८८/एस.डब्ल्यू/२०२१ के द्वारा १६ अप्रेल को आदेश जारी कर कोरोना महामारी के नियंत्रण हेतु शहर मे स्थापित शासकीय/ निजी हॉस्पिटलों से मरीजों की जानकारी लेने कि प्रतिदिन कितने मरीज भर्ती हुए कितने ठीक हुए कितने डिस्चार्ज हुए, कितनों की मृत्यु हुई और कितनी ऑक्सीजन सेलेन्डर हैं, इस प्रकार के सभी आंकड़े एकत्र कर कंट्रोल रूम में प्रस्तुत करने के लिए शिक्षकों, पटवारियों, उपयंत्रियों, छात्र अधीकक्षक, आबकारी आरक्षक आदि विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। सभी कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी पूंर्ण ईमानदारी से की ये कर्मचारी बकायदा कंट्रोल रूम पर अपनी उपस्थिति देते थे, अस्पतालों से अपनी और सभी आंकड़ो की सेल्फी खींच कर जान कारी भेजते थे और साथ ही अस्पतालों से समस्त जानी कारी एकत्र कर इन्हे देते थे। पंरतु इतनी लम्बी और जोखिम भरी ड्यूटी करने के बाद जब कोरोना महामारी के मरीजों की संख्या कम हुई तो इन्हे मुखाग्र आदेशित कर रिलीव कर दिया गया जबकि इतनी महत्वपूंर्ण ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को रिलीविंग/कार्यमुक्त आर्डर दिया जाना चाहिए था। ताकि वे अपने विभाग के सक्षम अधिकारी जिनके अधीन वे कार्यरत हैं उन्हे रिलीविंग आर्डर दे सकें।
कार्यालय कलेक्टर जबलपुर द्वारा दिनांक ०१ जून २०२१ को संशोधित आदेश जारी कर कोरोना महामारी के बढ़ते हुए संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए शहर में स्थापित शासकीय/निजी चिकित्सालयों में मरीजों की सुविधा हेतु आदेश क्रमांक ३९३९/एस.डब्ल्यू/२०२१ जबलपुर दिनांक २२ मई से आंशिक संशोधन आदेश जारी कर दूसरे कर्मचारियों की ड्यूटी करोना महामारी के नियंत्रण हेतु लगा दी गयी पंरतु प्रथम आदेश के तहत अपनी सेवा देने वाले कर्मचारियों को किसी प्रकार का लिखित रिलीविंग/कार्यमुक्त आदेश नहीं दिया गया उन्हे मुखाग्र आदेशित किया गया की अपने विभाग में उपस्थिति दें। वहीं दूसरी ओर जबलपुर ग्रामीण क्षेत्रों में जिन शिक्षकों और कर्मचारियों ने कोरोना महामारी में अपनी ड्यूटी दी है उन्हे सक्षम नोडल अधिकारी द्वारा लिखित में रिलीविंग/कार्यमुक्त आदेश दिया गया है।
संघ के प्रांताध्यक्ष उदित भदौरिया, जिलाध्यक्ष रॉबर्ट मार्टिन, मीनूकांत शर्मा, गुडविन चाल्र्स, मनोज खन्ना, रामकुमार कतिया, गोपीशाह, प्रकाश मिश्रा, स्टेनली नॉबर्ट, शरीफ अंसारी, वसुमुद्दीन, अरूण जैन, शकील अंसरी, एनोस विक्टर, हेमंत ठाकरे, संतोष श्रीवास्तव, निलेश खरे, एस.बी.रजक, अनूप डाहट, अशोक परस्ते, त्रिलोक सिंह, समर सिंह ठाकुर, शैलेष पंडिया, सुनील स्टीफन, रवि कुमार जैन, त्रिलोक मरावी, मेषराम उईके, राजेन्द्र प्रसाद, सुनील झारिया, शरीफ अंसारी, मनोज रिषी, मनीष मिश्रा, आशीष जायसवाल, नीरज मरावी, मानसिंग आर्मो, आशीष कोरी, शुभसंदेश, चैतन्य कुषरे, ईश्वरदत पड़रहा आदि ने कलेक्टर से मांग की है कि कोरोना ड्यूटी से मुक्त हुए कर्मचारियों को लिखित कार्यमुक्त आदेश दिया जाए।