जयपुर। कोरोना काल में भी राजस्थान आवासन मंडल ने 110 करोड़ से ज्यादा का राजस्व कमा कर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि मंडल ने मई माह में 110 करोड़ रूपये मूल्य की 49  सम्पत्तियों का सफलता पूर्वक ई- ऑक्शन  कर नया रिकॉर्ड बनाया है। जयपुर के आरएचबी आतिष मार्केट, राणा सांगा मार्केट और आयुष मार्केट सहित दौसा और बीकानेर की कुल 14 आवासीय तथा 35 व्यावसायिक सम्पत्तियों का ई-ऑक्शन किया गया था। खास बात यह रही है कि कुल विक्रय मूल्य 110 करोड़ रूपये की 15 प्रतिषत राषि 16 करोड़ 50 लाख रूपये तीन दिन में सफल बोलीदाताओं द्वारा मंडल कोष में जमा करवा दी गई। शेष बची 35 प्रतिशत राशि 38 करोड़ 50 लाख रूपये और 50 प्रतिशत राशि 55 करोड़ रूपये आवंटन पत्र जारी होने के क्रमशः 240 दिन और 360 दिन में जमा होंगी। 
  आवासन मंडल के ई-ऑक्शन में कई सम्पत्तियां तो तय दाम से छह गुना से भी अधिक कीमत पर नीलाम हुई। मंडल आयुक्त ने बताया कि प्रताप नगर में 2 हजार वर्गमीटर से बड़े 6 भूखंड 84 करोड़ 16 लाख 57 हजार रूपये में बिके। तो मानसरोवर योजना में विकसित आरएचबी आतिश मार्केट में दो कियोस्कों को ई- ऑक्शन  के माध्यम से बेचा गया था। यह कियोस्क अपने निर्धारित विक्रय मूल्य से लगभग 6 गुना कीमत पर बिके। कियोस्क संख्या के-2 व के-3 का निर्धारित विक्रय मूल्य 85 हजार रूपये प्रति वर्ग मीटर रखा था, जो कि यह कियोस्क क्रमशः 4 लाख 81 हजार 797 रूपये प्रति वर्गमीटर और 5 लाख 21 हजार प्रतिवर्गमीटर में बिकी। वहीं जयपुर की प्रताप नगर योजना में द्वारकापुरी अपार्टमेंट्स के सामने वर्षों से अनुपयोगी पड़ी जमीन पर राणा सांगा मार्केट विकसित किया गया। मई महीने में पहली बार यहां शोरूम भूखडों का ई- ऑक्शन  किया गया। रोचक बात यह रही है कि इस योजना में लोगों का अपूर्व उत्साह देखने को मिला और ये सभी भूखंड पहली ही नीलामी में बिक गए और अधिकांश भूखंड अपने निर्धारित बिक्री मूल्य से भी दोगुना कीमत पर बिके।