
लखनऊ उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से अब तक 95 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे के अंदर 12 और लोगों की मौत हो गई। करीब इतने ही लोग अभी अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। अब तक 85 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है। अब इस पूरे कांड को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
मालूम चला कि करसुवा गांव के जिस सरकारी ठेके की शराब पीने से मौतें शुरू हुईं थीं, उसकी शिकायत गांव के ही एक शख्स ने अक्टूबर 2020 में शासन से की थी। शासन ने DM चंद्रभूषण सिंह को इसकी जांच सौंपी थी। DM ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अगर समय रहते इस पर कार्रवाई हो जाती तो शायद इतनी मौतें न होतीं।
क्या हुई थी शिकायत?
करसुवा गांव के अमित उपाध्याय इनकम टैक्स विभाग में हैं। इस समय मुंबई में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि शराब का ठेका उनके गांव से महज 400 मीटर की दूरी पर है। इसकी वजह से गांव की महिलाओं, बच्चों को काफी परेशानी होती थी। बड़ी संख्या में गांव के बच्चे भी शराब पीने लगे थे। इसकी शिकायत शासन से की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। आबकारी विभाग के अफसरों ने फोन करके बताया कि शराब का ठेका नियम के अनुसार ही है। उन्होंने मेरी शिकायत रद्द कर दी।
जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वाले के शव के पास रोते-बिलखते परिजन।
लोग मर रहे थे, आबकारी मंत्री जन्मदिन मना रहे थे
साहब अभी व्यस्त हैं
इस मामले में जब डीएम चंद्रभूषण सिंह का पक्ष जानने के लिए उनके ऑफिशियल मोबाइल नंबर 9454417513 कॉल किया तो उनके आवास में काम करने वाले दीपक नाम के व्यक्ति ने रिसीव किया। दीपक ने कहा कि डीएम साहब अभी व्यस्त हैं। मैं नोट कर लेता हूं। जैसे ही वह खाली होंगे, मैं उनसे बात करवा दूंगा। इसके बाद कॉल काट दिया।
DM-SSP क्यों नहीं दोषी?
अलीगढ़ में जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके बावजूद अब तक जिले के मुखिया DM और SSP पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि सबसे बड़ी जिम्मेदारी इन्हीं की होती है। अगर ये सही से इन सरकारी ठेकों की मॉनिटरिंग करते तो शायद इतनी मौतें नहीं होती। भास्कर के पास तो ये इकलौती शिकायत है। ऐसी न जाने कितनी शिकायतें हुई होंगी और इन अफसरों ने उसे फाइलों में ही गुम कर दिया होगा।
आंकड़ों को छिपाने में जुटे DM-SSP
अब तक 33 गिरफ्तारी, आबकारी आयुक्त समेत 8 अफसर सस्पेंड
पुलिस ने इस मामले में अब तक 33 लोगों को गिरफ्तार किया है। शासन ने इस मामले में आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद समेत 8 अफसरों पर कार्रवाई की है। इनमें संयुक्त आबकारी आयुक्त, आगरा जोन रवि शंकर पाठक, उप आबकारी आयुक्त अलीगढ़ मंडल ओपी सिंह, CO गभाना कर्मवीर सिंह शामिल हैं। इसके अलावा जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश यादव, प्रधान सिपाही अशोक कुमार, निरीक्षक चंद्रप्रकाश यादव, इंस्पेक्टर लोधा अभय कुमार शर्मा और सिपाही रामराज राना को भी सस्पेंड किया जा चुका है।