
भोपाल : मंडल रेल प्रबंधक श्री देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में इटारसी में रनिंग स्टाफ एवं उनके परिवारजनों के लिए सेफ्टी सेमीनार एवं फैमिली संवाद कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण परिचालन) श्री सचिन शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में एवं डॉ. अभिषेक सोनी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लगभग 90 रनिंग कर्मचारी अपने परिवारजनों सहित शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके उपरांत सेफ्टी सेमीनार में वर्तमान में लागू सभी सेफ्टी ड्राइव जैसे SPAD एवं माइक्रो स्लीप से बचाव, मानसून सावधानियाँ, शंटिंग एवं रोलिंग डाउन से बचाव, लोड की स्टैबलिंग आदि महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की गई। वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर श्री सचिन शर्मा ने सुरक्षित गाड़ी संचालन से जुड़े पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी और कर्मचारियों को सावधानीपूर्वक कार्य करने हेतु जागरूक किया।
फैमिली संवाद कार्यक्रम के दौरान डॉ. अभिषेक सोनी ने उपस्थित परिजनों को नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार एवं योग के माध्यम से स्वस्थ रहने के उपाय बताए। इस अवसर पर रनिंग स्टाफ के परिजनों के लिए एक क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें उनके जीवनसाथी की कार्यप्रणाली से जुड़े प्रश्न पूछे गए। सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर द्वारा तत्काल पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि रनिंग स्टाफ एवं उनके परिवारजनों से उनकी समस्याओं की जानकारी लेकर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनका यथोचित समाधान भी मौके पर ही किया गया। उपस्थित बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप उपहार भी वितरित किए गए, जिससे कार्यक्रम का वातावरण अत्यंत आत्मीय एवं उत्साहवर्धक बना रहा।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि, "रेल प्रशासन कर्मचारियों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। ऐसे आयोजनों से कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों को न केवल जागरूकता मिलती है बल्कि कार्यस्थल पर उनकी दक्षता एवं आत्मविश्वास भी बढ़ता है।"
कार्यक्रम के अंत में मुख्य लोको निरीक्षक श्री मनीष सक्सेना ने उपस्थित अतिथियों एवं समस्त रनिंग स्टाफ परिवार का आभार व्यक्त करते हुए उनके सहयोग एवं सहभागिता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। यह आयोजन रनिंग स्टाफ की सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं पारिवारिक संवाद को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण एवं सराहनीय पहल सिद्ध हुआ।