नई दिल्ली। जो काम हैरी ब्रूक लीड्स में भारत के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में नहीं कर पाए थे वो उन्होंने एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे मैच में कर दिखाया। इस दौरान उनके साथ एक खास संयोग हुआ जो शतक बनाने से रोक सकता था, हालांकि ऐसा हो नहीं सका और ब्रूक ने अपना नौवां टेस्ट शतक पूरा किया।

भारत ने इस मैच में कप्तान शुभमन गिल के 269 रनों के दम पर 587 रन बनाए। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 84 रनों पर ही अपने पांच विकेट खो दिए थे। इसके बाद ब्रूक और जेमी स्मिथ ने विकेट पर पैर जमाए और इंग्लैंड को वापसी की राह पर ला दिया। स्मिथ ने तीसरे दिन शुक्रवार को लंच से पहले अपना शतक पूरा किया और ब्रूक ने दूसरे सेशन में ये काम किया।

भारत को नहीं मिला फायदा

ब्रूक का नौवां टेस्ट शतक लीड्स में खेले गए टेस्ट मैच की दूसरी पारी में ही आ गया होता, लेकिन तब भारत के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने 99 के निजी स्कोर पर ब्रूक को आउट कर दिया था। इस बार भी जब 98 रनों पर थे तब प्रसिद्ध कृष्णा ही बल्लेबाजी कर रहे थे। कृष्णा के सामने होने पर ब्रूक पर दबाव बना सकता था क्योंकि उन्होंने पिछले मैच में ब्रूक को शतक पूरा करने से रोका था। हालांकि, इस बार ऐसा नहीं हुआ। ये संयोग भारत के काम नहीं आया और 51वें ओवर की आखिरी गेंद पर ब्रूक ने कृष्णा पर चौका मार अपना शतक पूरा किया।

ब्रूक ने इस शतक के लिए 137 गेंदों का सामना किया। अपनी इस पारी में उन्होंने 12 चौके और एक छक्का मारा। उनकी पारी ने इंग्लैंड को काफी मजबूत किया है।

दोहरी शतकीय साझेदारी

इंग्लैंड को इस पारी में ट्रैक पर वापस लाने में ब्रूक और स्मिथ की जोड़ी का अहम रोल रहा। दोनों ने मिलकर शानदार दोहरी शतकीय साझेदारी की और भारत को परेशानी में डाला। इस जोड़ी ने भारतीय कप्तान गिल के हर दांव को फेल किया और भारतीय गेंदबाजों को परेशान कर इंग्लैंड को खुश होने का मौका दिया। अगर भारत ने इस जोड़ी को आउट नहीं किया तो मैच उसके हाथ से जा सकता है।