जमशेदपुर। वरीय पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने कदमा थाना के दारोगा सुनील कुमार दास को निलंबित कर दिया है। दारोगा पर कदमा की महिला दुर्गा कुमारी से एक लाख रूपये मांगने का आरोप था।
महिला दहेज प्रताड़ना का आवेदन लेकर थाना गया थी। प्राथमिकी दर्ज करने के नाम पर बार-बार थाना बुलाकर एक लाख रूपये की मांग दारोगा कर रहा था। जिसकी शिकायत टेल्को निवासी भाजपा नेता अंकित आनंद ने की थी।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच का आदेश सिटी एसपी कुमार शिवाशीष को दिया था। एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर वरीय पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
महानगर भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अंकित आनंद ने महिला एवं उसके भाई के साथ पांच जून को एसएसपी को लिखित शिकायत सौंपी थी और ट्वीट कर मुख्यमंत्री, डीजीपी, कोल्हान डीआईजी व राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकार को सूचित किया था।
एसएसपी के निर्देश पर सिटी एसपी ने जांच शुरू की और महिला की प्राथमिकी दर्ज कराने में मदद की। जांच में व्हाट्सएप कॉल, चैट संदेश व शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए गए।
रविवार को सिटी एसपी कार्यालय में शिकायतकर्ता अंकित आनंद समेत महिला, उसके पिताजी एवं भाई का बयान कलमबंद किया गया, साथ ही आरोपों के समर्थन में आवश्यक साक्ष्य भी प्रस्तुत किये गए थे। कदमा थाने से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने और ठोस साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई हुई।
इधर, अंकित आनंद ने कहा कि यह जीत सिर्फ महिला की नहीं, बल्कि पुलिस विभाग पर भरोसे की है। मुझे अफसोस रहेगा कि कदमा थाना प्रभारी ने रिश्वत प्रकरण पर सूचना दिए जाने के बावजूद चुप्पी साधे रखा। मैंने जो कहा था, उसे निभाया - भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस।
डीजीपी, एसएसपी और सिटी एसपी की तत्परता ने न्याय को संभव बनाया, इसके लिए आभार। भाजपा नेता अंकित आनंद ने ट्वीट कर निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि सत्यमेव जयते, ना खायेंगे : ना खाने देंगे।