पचमढ़ी: सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में पिछले दो दिनों से देशी विदेशी पर्यटक जगह जगह कतारों में लगे नजर आ रहे हैं. इस सीजन में पहली बार रविवार को हिल स्टेशन की अधिकांश सुविधाओं की बुकिंग पर्यटकों के लिए फुल रही. जिससे सैलानियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा.हालात यह थी कि पर्यटकों की संख्या बढ़ने के कारण कई होटलों के कमरे 2000 से 6000 पहुंच गए, वहीं पचमढ़ी भ्रमण का टैक्सी का किराया 3200 से ₹4000 तक पहुंच गया. खाना खाने से लेकर दूसरी सुविधाओं के लिए पर्यटकों को लंबी-लंबी लाइन में लगना पड़ा. होटल में कमरा और भ्रमण के लिए वाहन नहीं मिलने के कारण पर्यटकों को वापस भी लौटना पड़ा. हिल स्टेशन में गाइड एसोसिएशन के सदस्यों के अनुसार ईद और वीकेंड के कारण पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. वहीं 15 जून को ग्रीष्मकालीन छुट्टियां खत्म हो रही हैं. लोग पचमढ़ी भ्रमण के लिए आ रहे हैं. इस कारण एकदम से हिल स्टेशन पर्यटकों की भीड़ से पट गई. हालांकि वीकेंड और ईद की भीड़ सोमवार तक कम हो जाएगी. पचमढ़ी आने वाले कई पर्यटकों ने पहले से बुकिंग कर ली थी इस कारण उनको दिक्कत नहीं हुई.
भ्रमण के लिए 350 जिप्सी वाहन पहले से बुक
पचमढ़ी में अधिकांश पर्यटन स्थल सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में आते हैं. यहां भ्रमण के लिए पर्यटकों को निर्धारित शुल्क चुकाकर वाहन और गाइड की सुविधा मिलती है. पचमढ़ी के बायसन लॉज से यह बुकिंग सुबह 9 से 11:30 बजे तक की जाती है. यहां सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन के रोस्टर में 350 जिप्सियां संचालित होती हैं. लेकिन 300 से अधिक जिप्सी की बुकिंग एक दिन पहले ही हो गई थी. शेष वाहनों की बुकिंग काउंटर खुलते ही हो गई. निर्धारित समय के बाद भी पर्यटक काउंटर के सामने लाइन लगाकर खड़े रहे. वाहन सुविधा भ्रमण के लिए नहीं मिलने से परेशान अधिकांश पर्यटकों को वापस लौटना पड़ा.
होटल में कमरे हुए महंगे
महाराष्ट्र से आए दीपक जामठे ने बताया कि उन्होंने पहले से बुकिंग नहीं की थी. पचमढ़ी शनिवार को आ गए थे. यहां एक होटल में महंगा कमरा लेकर पूरा परिवार रुका था. रविवार और सोमवार तक हमें रुकना था, लेकिन होटल के रुम्स का किराया 2000 से सीधे 5000 हो गया. इस कारण हमें रविवार को ही वापस लौटना पड़ रहा है. भोपाल के खालिद अहमद ने बताया कि ईद पर छुट्टी होने के कारण पचमढ़ी आए थे लेकिन यहां एमपी टूरिज्म की होटल पहले से बुक है. निजी होटल वाले मनमाना किराया ले रहे हैं. भ्रमण के लिए जिप्सी भी नहीं मिली. एक जिप्सी ड्राइवर से बात हुई तो उन्होंने निर्धारित 3200 की जगह 5000 किराया बता दिया. इस कारण अब हम बिना भ्रमण किया ही वापस लौट रहे हैं.
प्राकृतिक वातावरण ठंडा
मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन होने और आवागमन के साधन सुलभ होने के कारण यह पर्यटकों की पहली पसंद रहता है. पचमढ़ी प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पड़ा है. इसी वजह से पचमढ़ी में देशी-विदेशी सैलानियों की तादाद सालभर अच्छी खासी रहती रही है. गर्मी के मौसम में पचमढ़ी का तापमान दूसरे स्थान की अपेक्षा 8 से 10 डिग्री तक कम रहता है. गर्मी से राहत पाने और पचमढ़ी के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं.
पचमढ़ी के प्रमुख दर्शनीय झरने
हिल स्टेशन पचमढ़ी में देखने के लिए कई सुरम्य स्थल मौजूद है. यहां के प्राकृतिक झरने पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं. जिसमें बीफॉल का झरना पर्यटकों की पहली पसंद होता है. 150 फीट ऊंचाई से गिरते झरने के नीचे नहाने और इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. इसके आलावा 30 फीट से गिरता अप्सरा विहार फॉल्स और सिल्वर फॉल्स महत्वपूर्ण है. सिल्वर फॉल्स या रजत प्रपात 350 फीट की ऊंचाई से गिरता है और जब इस पर सूरज की रोशनी पड़ती है तो यह चांदी की पट्टी की तरह दिखता है, इसलिए इसे सिल्वर फॉल्स कहा जाता है.
पांडवों द्वारा बनाई गई गुफा
पचमढ़ी समृद्ध इतिहास और प्रकृति की सौगात का खजाना है. यहां लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है पांडव गुफाएँ, जिनके बारे में माना जाता है कि इन्हें पांडवों ने बनवाया था. अपने वनवास के दौरान वे अपनी पत्नी द्रौपदी के साथ यहां आए थे.
भगवान महादेव की नगरी
पचमढ़ी का धार्मिक महत्व भी है. इसे भगवान महादेव की नगरी भी कहा जाता है. शिवरात्रि के समय लाखों श्रद्धालु पचमढ़ी में महादेव के दर्शन के लिए आते हैं. जटाशंकर, बड़ा महादेव, गुप्त महादेव, चौरागढ़ आदि मंदिर दर्शनीय हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सबके अपने महत्व हैं.
प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़
मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ पहुंचकर पर्यटक यहां सनसेट और सनराइज का आनंद लेते हैं. धूपगढ़ की समुद्र तल से ऊंचाई 1352 मीटर है. प्राकृतिक सुंदरता के अलावा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में सफारी जैसी साहसिक गतिविधियों का आनंद पर्यटक ले सकते हैं. यात्रा में रोमांच जोड़ने के लिए पचमढ़ी के बीचों-बीच पैरामोटरिंग, एटीवी बाइक राइड, पैराग्लाइडिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और बहुत कुछ पर्यटकों के लिए है. पुरानी वास्तुकला वाला क्राइस्ट चर्च, झील गार्डन और व्यू प्वाइंट भी है.
परेशान पर्यटकों की समस्या का समाधान किया
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पार्क संचालक संजीव शर्मा ने बताया "अवकाश के कारण एकदम से भीड़ बढ़ गई थी. इस सीजन में ऐसा पहली बार देखने को मिला है. अधिकांश पर्यटकों ने पहले से बुकिंग करा कर रखी थी, लेकिन वीकेंड और ईद की छुट्टी होने के कारण एकदम से कई पर्यटक पचमढ़ी आ गए. भ्रमण के लिए कुछ लोगों को वाहन नहीं मिल रहे थे, इससे वे परेशान थे. कर्मचारियों द्वारा उनकी समस्या का समाधान भी किया गया. कई पर्यटकों को वाहन उपलब्ध कराए गए."