नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार को केरल में दस्तक दे चुका है. इसके पूर्व की ओर बढ़ने और जल्द दक्षिण तटीय महाराष्ट्र को पार करने की संभावना है. इसके प्रभाव से कई इलाकों में मौसम में बदलाव आए हैं.
वहीं, मौसम विभाग ने केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, यूपी, बिहार, हिमाचल, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. राजस्थान में अभी एक दो दिन लू का कहर जारी रहने की संभावना है. इसके साथ पंजाब, हरियाणा, जम्मू- कश्मीर में भी इस दौरान गर्मी पड़ने का अनुमान है.
मौसम विभाग के अनुसार केरल में रविवार और सोमवार को भारी वर्षा की संभावना है. इस दौरान कर्नाटक के तटीय और घाट क्षेत्र के साथ तमिलनाडु के घाट क्षेत्र में भी बारिश के आसार हैं. वहीं, राजस्थान में अभी एक दो दिन लू का कहर जारी रहने की संभावना है. इसके साथ पंजाब, हरियाणा, जम्मू- कश्मीर में भी इस दौरान गर्मी पड़ने का अनुमान है.
मौसम पूर्वानुमान और चेतावनियां
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत
केरल और माहे में 25-26 मई के दौरान अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर बारिश के आसार हैं.
पश्चिम भारत
महाराष्ट्र के तटीय और मध्य भाग में आज से लेकर अगले एक दो दिनों के दौरान बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है.
पूर्व और मध्य भारत
अंडमान और निकोबार द्वीप के कुछ स्थानों, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बंगाल के गंगा क्षेत्र, झारखंड, सिक्किम, ओडिशा, बिहार में एक से दो दिनों के दौरान बारिश होने के आसार हैं. इस दौरान कुछ जगहों पर आंधी, बिजली और तेज हवा चलने का अनुमान है.
पूर्वोत्तर भारत
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर एक से दो दिनों के दौरान भारी वर्षा होने की संभावना है.
उत्तर-पश्चिम भारत
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख में रविवार और सोमवार को बारिश होने के आसार हैं. इस दौरान आंधी, बिजली गिरने की भी संभावना है. इसी के साथ पंजाब, उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर भी बारिश होने का अनुमान है. उत्तराखंड में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है.
मॉनसून के बारे में जानें
दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में प्रवेश कर चुका है और शनिवार को पूर्वोत्तर भारत के कुछ भागों में आगे बढ़ गया है. ये दक्षिण अरब सागर, पश्चिम-मध्य व पूर्व-मध्य अरब सागर के हिस्सों, लक्षद्वीप, माहे, कर्नाटक के कुछ भागों, मालदीव, तमिलनाडु के कई हिस्से में आगे बढ़ा.अगले 2-3 दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, पूरे गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, कर्नाटक के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए मौसम सही रहने का अनुमान है. इसी के साथ तमिलनाडु के शेष हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून को केरल में दस्तक देता है और 5 जून तक पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ जाता है. इस प्रकार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि से 8 दिन पहले केरल में और मिजोरम (पूर्वोत्तर भारत) में सामान्य तिथि से 12 दिन पहले दस्तक दे चुका है.
महाराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी
महाराष्ट्र के दक्षिण कोंकण जिलों रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया गया है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दबाव के कारण महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई. मौसम कार्यालय ने तटीय जिलों को भी अलर्ट कर दिया और मछुआरों को खराब परिस्थितियों के कारण समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है.
आईएमडी के अनुसार दक्षिण कोंकण में रेड अलर्ट जारी किया गया है. रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जो रत्नागिरी और दापोली के बीच से गुजर चुका है. रेड अलर्ट में इन जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. रायगढ़ को भी ऑरेंज अलर्ट के तहत रखा गया है, जबकि मुंबई, ठाणे और पालघर को येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा का पूर्वानुमान है.