कैंसर से पीड़ित टाटा स्टील कंपनी के सीनियर मैनेजर कृष्ण कुमार ने एक ऐसा खौफनाक कदम उठाया जिससे, सनसनी मच गई. मामला झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला का है. कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी डॉली देवी और अपनी दो बेटियों के साथ अपने ही घर में फांसी के फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली.

कृष्ण कुमार आदित्यपुर थाना क्षेत्र के गम्हरिया स्थित चित्रगुप्त नगर में रहते थे. घटना का पता तब चला जब काफी देर तक कृष्ण कुमार के परिवार का कोई भी सदस्य घर से बाहर ही नहीं निकला. आशंका होने पर आस पड़ोस के लोगों ने मामले की सूचना आदित्यपुर थाना की पुलिस को दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब घर के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर का दृश्य देखकर सभी हक्का-बक्का रह गए. चारों के शव फंदे से लटके मिले.

मृतक कृष्ण कुमार के परिजनों के मुताबिक, उन्हें कैंसर की बीमारी थी. हाल में ही वह मुंबई कैंसर का इलाज करने गए थे जहां चिकित्सकों ने उन्हें कीमोथेरेपी कराने की सलाह दी थी. चूंकि कीमोथेरेपी की सुविधा उनके ही शहर जमशेदपुर में उपलब्ध है, इसलिए वे लोग 19 मई को मुंबई से जमशेदपुर वापस लौट गए. कृष्ण कुमार को कीमोथेरेपी के लिए अस्पताल में भर्ती होना था. उन्होंने बाकायदा इसके लिए कंपनी में आवेदन भी दिया था लेकिन उनका इलाज हो पाता, इससे पहले ही कैंसर पीड़ित टाटा स्टील कंपनी के सीनियर मैनेजर कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी डॉली देवी और अपनी दोनों बेटियों के साथ खांसी के फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली.

डिप्रेशन में थे कृष्ण कुमार
फिलहाल पूरे मामले को लेकर, पुलिस की फोरेंसिक टीम अनुसंधान में जुट गई है. हालांकि, शुरुआती जांच में मामले को आत्महत्या के एंगल से देखा जा रहा है. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का भी पुलिस इंतजार कर रही है. बताया जा रहा है कि जब से मृतक कृष्ण कुमार को यह पता चला कि उन्हें कैंसर हुआ है, तब से लगातार वो इन बात को लेकर डिप्रेशन में थे.