जयपुर, 23 मई। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग मंत्री श्री कन्हैयालाल ने शुक्रवार को सीकर कलेक्ट्रेट सभागार में जिले की जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन और अमृत-2 योजना की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की और विभागीय कार्यों में और अधिक प्रगति लाने के निर्देश दिए।  

 

भू-जल मंत्री श्री कन्हैयालाल ने विभागीय अधिकारियों को जल जीवन मिशन और अमृत-2 योजना के तहत प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने और प्रत्येक घर तक जल पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा। उन्होंने अधीक्षण अभियंता, सीकर को निर्देश दिए कि वे विधानसभावार उन गांवों की सूची तैयार करें, जहां अभी तक पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई है। यह सूची संबंधित एसडीएम और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ साझा कर समन्वय के साथ कार्य करने और जल आपूर्ति में आ रही समस्याओं का त्वरित समाधान करने को कहा। उन्होंने जिला कलेक्टर श्री मुकुल शर्मा को जल जीवन मिशन के कार्यों की सख्त मॉनिटरिंग करने और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही, जनप्रतिनिधि स्तर पर भी इन कार्यों की निगरानी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने विशेष रूप से दांतारामगढ़, फतेहपुर, धोद और खंडेला जैसे जल की कमी वाले क्षेत्रों में प्रभावी मॉनिटरिंग और त्वरित कार्रवाई पर जोर दिया गया।  

 

भू-जल मंत्री श्री कन्हैयालाल ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जल जीवन मिशन की रूपरेखा तैयार की गई है, जिसका लक्ष्य अगले 30 वर्षों तक प्रत्येक घर में नल के माध्यम से स्वच्छ जल उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर ग्रीष्मकालीन आकस्मिक योजना के लिए जिलों की मांग के अनुसार पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। उन्होंने ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत कार्यों में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाए। साथ ही, आपणी योजना के तहत लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में प्रोजेक्ट के तहत पानी की आपूर्ति की प्रगति रिपोर्ट 15 दिनों में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने पाइप लाइन बिछाने के बाद सीसी कार्य और उच्च गुणवत्ता की पाइप का उपयोग सुनिश्चित करने तथा ट्यूबवेल की गहराई बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पाइप डालने के प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।

 

भू-जल मंत्री ने अमृत-2 योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, राज्य सरकार की बजट घोषणाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में जिले के जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्रों में जल से संबंधित समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा। इस पर जिला कलेक्टर ने मुख्य अभियंता को निर्देश दिए कि आगामी सप्ताह में जल जीवन मिशन और अमृत-2 योजना से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति में समीक्षा बैठक आयोजित की जाए।  

 

बैठक में जनप्रतिनिधी तथा अधिकारी उपस्थित रहे।