नवादा: सरकार की ओर से रेल मंत्रालय के माध्यम से रेलवे में विकास कार्य निरंतर जारी है। इसके बाद भी नवादा शहरवासियों की महत्वपूर्ण मांग आरओबी निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं हो सका है।लोग निराश दिख रहे हैं।

राशि मंजूर होने के बाद भी नहीं शुरू हुआ निर्माण
बता दें कि किउल-गया रेलखंड के नवादा-जमुई पथ पर मिर्जापुर स्थित 33-81 नंबर रेलवे गुमटी के पास रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के लिए भारत सरकार के रेल मंत्रालय की ओर से पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। यहां तक की आरओबी निर्माण के लिए राशि भी स्वीकृत कर दी गई है।

साथ ही राज्य सरकार के अधीनस्थ बिहार स्टेट रोड डेवल्पमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड पटना को निर्माण कार्य की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

बीएसआरडीसीएल की ओर से आरओबी निर्माण के लिए पत्र जारी कर टेंडर भी निकाला गया था। टेंडर भरने की अंतिम तिथि सात अप्रैल थी। टेंडर भरने की प्रक्रिया समाप्त हुए डेढ़ माह बीत चुके हैं। लेकिन अबतक निर्माण कंपनी की सूची जारी नहीं की गई है।

अब तक टेंडर भरने की चार तिथि हो चुकी समाप्त, नहीं हो सका चयन
नवादा में आरओबी निर्माण के लिए बीएसआरडीसीएल की ओर से अबतक चार बार तिथि निकाली गई। सबसे पहले टेंडर भरने की तिथि 12 दिसंबर 2024 से 08 जनवरी 2025 तक निर्धारित की गई थी।

इसके बाद टेंडर की तिथि बढ़ाकर 15 फरवरी तक कर दिया गया था। तीसरी बार टेंडर की तिथि बढ़ाकर 02 मार्च तक कर दिया गया। बावजूद टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।

चौथी बार बीएसआरडीसीएल की ओर से समाचार पत्र में निविदा की तिथि 18 मार्च से 07 अप्रैल तक कर दिया गया। जिसकी अंतिम तिथि 07 अप्रैल को समाप्त हो चुकी है। अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद 08 अप्रैल को बीएसआरडीसीएल द्वारा टेंडर भरने वाले निर्माण कंपनी की सूची वेबसाइट पर अपलोड करना था।

तिथि समाप्त होने के डेढ़ माह बाद भी चयन कर निर्माण कंपनी की सूची अबतक जारी नहीं की गई है। जिसके कारण शहरवासियों के चेहरे पर मायूसी देखी जा रही है। आमजनों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। लोगों में यह भी चर्चा है कि विधानसभा चुनाव भी इसी साल है। चुनावी घोषणा होने के बाद नया कार्य शुरू नहीं हो सकेगा।

ट्रेन आने पर फाटक गिरते ही दोनों तरफ लगता महाजाम
नवादा स्टेशन के ठीक बगल में मिर्जापुर रेलवे गुमटी अतिव्यस्ततम मार्ग है। यहां से होकर नवादा के रास्ते पकरीबरावां, काैआकोल, जमुई, लखीसराय, भागलपुर व अन्य जगहों पर लोग जाते हैं।

हाल में जब किउल-गया रेलखंड का दोहरीकरण हो गया है और यात्री ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ी का आवागमन बढ़ा है तो ऐसे में बार-बार रेलवे फाटक बंद होने से जाम की समस्या और बढ़ गई है।

शहरवासियों की लंबे समय से मांग रही है कि यहां पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाई जाए। अब देखना यह है कि कब तक ओवर ब्रिज का निर्माण होता है।