India Turkey relations: पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्की को भारत ने कड़ा संदेश दिया है। भारत ने कहा कि वो पाकिस्तान से कहे कि आतंकवाद का समर्थन करना बंद कर दे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि तुर्की पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन बंद करने और दशकों से उसके द्वारा पोषित आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने का पुरजोर आग्रह करेगा।
ट्रंप की टिप्पणी पर क्या बोले जायसवाल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत और तुर्की के रिश्तों को लेकर कहा कि रिश्ते एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशीलता के आधार बनते हैं। रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप की टिप्पणी पर कहा कि पीओके पर हम किसी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं लेने वाले है। भारत और पाकिस्तान के बीच केवल आपस में ही इस मुद्दे पर बात होगी। किसी तीसरे देश की इसमें जरूरत नहीं है। लेकिन बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते है।
‘खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता’
रणधीर जायसवाल ने सिंधु जल संधि को निलंबित किए जाने पर कहा कि यह संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बंद नहीं कर देता। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता।
पाकिस्तान को तुर्की ने उपलब्ध कराए हथियार
बता दें कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाई में तुर्किये में निर्मित ड्रोनों का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा पाकिस्तान को वैचारिक और नैतिक समर्थन के अलावा तुर्की ने हथियार भी मुहैया कराए।
तुर्की पाकिस्तान का करता रहा है समर्थन
इससे पहले सरकार ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि तुर्की निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल लद्दाख के लेह से लेकर गुजरात के सर क्रीक तक पूरी पश्चिमी सीमा पर 36 जगहों पर भारतीय हवाई क्षेत्र में कई बार घुसपैठ और उल्लंघन करने के लिए किया गया था। बता दें कि तुर्की लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में भारतीय क्षेत्र पर आक्रमण और अवैध कब्जे में पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है।