नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। एक तरफ सरकार इस ऑपरेशन की सफलता को लेकर देश-विदेश में अभियान चला रही है। वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी इस ऑपरेशन का हिसाब मांगने में जुटे हैं। ऐसे में अब बीजेपी नेता ने राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से की है।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि राहुल गांधी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई भी नहीं दी। इसके बजाय वे बार-बार पूछ रहे हैं कि हमने कितने विमान खो दिए, जबकि इस सवाल का जवाब डीजीएमओ की ब्रीफिंग में पहले ही दिया जा चुका है।
मालवीय ने कहा कि राहुल ने हालांकि एक बार भी यह जानने की कोशिश नहीं की कि इस संघर्ष के दौरान कितने पाकिस्तानी जेट मार गिराए गए या नष्ट किए गए। राहुल गांधी को अब क्या मिलेगा? निशान-ए-पाकिस्तान?
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि इस पोस्ट के साथ ही अमित मालवीय ने एक तस्वीर भी पोस्ट की है, जिसमें आधा चेहरा पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर का और आधा चेहरा राहुल गांधी का दिखाई दे रहा है। उन्होंने एक और पोस्ट करते हुए कहा है कि राहुल गांधी नए दौर के मीर जाफर हैं। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इस पूरे ऑपरेशन को लेकर राहुल गांधी बार-बार पूछ रहे हैं कि इस पूरे ऑपरेशन के दौरान भारत के कितने विमान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री जयशंकर से सवाल करते हुए कहा था कि विदेश मंत्री जयशंकर चुप हैं। उनकी चुप्पी बहुत कुछ कहती है। यह निंदनीय है। इसलिए मैं फिर पूछूंगा कि हमने कितने विमान खो दिए, क्योंकि पाकिस्तान को हमले के बारे में पता था? यह सिर्फ एक गलती नहीं थी। यह एक अपराध था और देश को सच जानने का हक है।
इससे पहले भी राहुल गांधी ने जयशंकर पर निशाना साधते हुए कहा था कि हमला करने से पहले पाकिस्तान को बताना अपराध है। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से इसे स्वीकार किया है। इसकी मंजूरी किसने दी? हमने कितने विमान खो दिए? इससे पहले 11 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर मार्शल एके भारती ने कहा था कि हम युद्ध की स्थिति में हैं और नुकसान इसका एक हिस्सा है। सवाल यह है कि क्या हमने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है? इसका जवाब हां है। उन्होंने कहा कि वह इससे जुड़े विवरण पर फिलहाल टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि हम अभी भी युद्ध की स्थिति में हैं और ऐसी किसी भी जानकारी का दुश्मनों के हाथ लगना ठीक नहीं है। एयर मार्शल ने कहा कि भारत के सभी पायलट सुरक्षित वापस लौट आए हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि हमने ऑपरेशन की शुरुआत में ही पाकिस्तान सरकार को संदेश भेज दिया था कि हम आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहे हैं लेकिन हम सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएंगे। ऐसे में सेना के पास पीछे हटने और हस्तक्षेप न करने का विकल्प है। पाकिस्तान ने इस सलाह को न सुनना ही बेहतर समझा। आपको बता दें कि मीर जाफर बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला का कमांडर था, जिसने प्लासी की लड़ाई में उसके खिलाफ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का साथ देकर सिराजुद्दौला को धोखा दिया था।