अगले सप्ताह सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल वैश्विक मंच पर भारत का पक्ष मजबूती से रखने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए विभिन्न देशों का दौरा करेंगे। इन सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल सांसदों में कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। सांसद शशि थरूर ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दल का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने पर खुशी जताई है। 

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट कर लिखा, मैं भारत सरकार द्वारा हाल की घटनाओं पर देश का पक्ष रखने के लिए पांच प्रमुख देशों का दौरा करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए दिए गए निमंत्रण से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। जब राष्ट्रीय हित की बात आएगी और मेरी सेवाओं की जरूरत होगी, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद! थरूर के बयान के अलावा कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि पार्टी की ओर से दिए गए नामों में थरूर का नाम नहीं है। कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल के लिए अपने चार नेताओं आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम सरकार को दिए हैं। 

पार्टी महासचिव जयराम रमेश का कहना है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू को लिखे पत्र में ये नाम दिए हैं। रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। उनसे विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडल के लिए चार सांसदों के नाम सौंपने को कहा गया, ताकि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट किया जा सके।" उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसदीय कार्य मंत्री को पत्र लिखकर कांग्रेस की ओर से चार नाम दिए हैं। रमेश के अनुसार, राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल के लिए आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम बताए हैं। 

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले प्रमुख नेता इस प्रकार हैं

  • रविशंकर प्रसाद (भाजपा सांसद)
  • बैजयंत पांडा (भाजपा सांसद)
  • शशि थरूर (कांग्रेस सांसद)
  • संजय झा (जदयू सांसद)
  • कनिमोझी (द्रमुक सांसद)
  • सुप्रिया सुले (राकांपा-शरद पवार गुट की सांसद)
  • श्रीकांत शिंदे (शिवसेना सांसद)

कांग्रेस के दावे पर भाजपा नेताओं का बयान:

कांग्रेस के बयान पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "इससे कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होने वाला है। यह कांग्रेस शासित राज्यों के लिए भी अच्छा नहीं होगा। यह राजनीति का मामला नहीं है। यह केंद्र सरकार की महानता है कि वे (प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए) हर पार्टी से कुछ सांसदों को चुन रहे हैं।" इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सूची में शामिल सांसदों में से एक (असम से) ने लंबे समय तक पाकिस्तान में रहने से इनकार नहीं किया है... कथित तौर पर दो सप्ताह तक और विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थीं। राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में और दलगत राजनीति से परे, मैं लोकसभा नेता राहुल गांधी से आग्रह करता हूं कि वे इस व्यक्ति को ऐसे संवेदनशील और रणनीतिक कार्य में शामिल न करें।