
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ खड़ा होने वाले तुर्किये और अजरबैजान का विरोध लगातार बढ़ रहा है। देशभर के 125 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेताओं ने इन दोनों देशों के साथ व्यापार का पूरी तरह बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इस बहिष्कार में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र भी शामिल होगा। व्यापारी नेताओं ने भारतीय फिल्म उद्योग से भी अपील की कि तुर्किये और अजरबैजान में शूटिंग न करें।
व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक तय हुए मुद्दे
शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक में तय किया गया कि दोनों देशों के साथ व्यावसायिक संबंधों की नीति पर पुनर्विचार के लिए केंद्र सरकार से भी अनुरोध किया जाएगा।
व्यापारिक समुदाय ने स्पष्ट किया है कि फिल्म उद्योग से अपील की गई है कि वे इन दोनों देशों में शूटिंग न करें। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो व्यापार जगत और आम जनता ऐसी फिल्मों का बहिष्कार करेगी। सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि कोई भी कॉर्पोरेट हाउस तुर्किये और अजरबैजान में अपने उत्पादों के प्रमोशन के लिए शूटिंग नहीं करेगा।
जिलास्तर पर तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी
आतंकियों और पाकिस्तान के खिलाफ सेना के शौर्य को सम्मानित करने के लिए जिलास्तर पर तिरंगा यात्रा निकालने और राष्ट्रीय रक्षा फंड में योगदान देने का निर्णय लिया गया है।
सम्मेलन में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र समेत 24 राज्यों से आए व्यापारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। ये प्रतिनिधि विभिन्न ट्रेड जैसे परिधान, किराना, ऑटोमोबाइल, मार्बल, आइटी, जूते-चप्पल, सूखे मेवे और ज्वेलरी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों पर आघात किया गया
सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एकजुटता जताते हुए उन ताकतों का सख्ती से विरोध करने का संकल्प लिया गया, जो भारत के खिलाफ खड़ी हैं। कैट (कान्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि तुर्की और अजरबैजान ने भारत की सद्भावना का लाभ उठाया, लेकिन आज आतंकवाद को समर्थन दे रहे हैं। उनका यह रुख भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों पर आघात है।
स्मृति ईरानी ने व्यापारियों की राष्ट्रसेवा भावना की
बताया कि जल्द ही सेना का अभिनंदन करने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी और राष्ट्रीय रक्षा फंड में भी आर्थिक सहयोग किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने व्यापारियों की राष्ट्रसेवा भावना की सराहना की और कैट से राष्ट्रीय रक्षा कोष में स्वेच्छा से योगदान देने का आग्रह किया।
उन्होंने स्वयं पूर्व सांसद के नाते मिलने वाले पेंशन को कोष में समर्पित करने की घोषणा की। सम्मेलन को स्वदेशी जागरण मंच के सह संगठक सतीश कुमार व सह संयोजक अश्विनी महाजन ने भी संबोधित किया। व्यापारी प्रतिनिधियों ने ई-कामर्स व क्विक कामर्स से खुदरा व्यापार को चुनौतियां तथा उससे निपटने के उपायों पर भी चर्चा की।
तुर्किये के सेब पर प्रतिबंध की उठी मांग
रिपोर्ट के अनुसार, हिमालयन एपल ग्रोअर्स सोसायटी के बैनर तले सेब उत्पादकों ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से तुर्किये के सेब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि तुर्किये के सस्ते सेब के कारण देश के बागबानों को घाटा हो रहा है। तुर्किये से हर वर्ष एक लाख टन से अधिक सेब आयात होता है, जिससे स्थानीय बागबानों को नुकसान हो रहा है।